Nupur Dance Academy
देहरादून। नूपुर डांस एकेडमी के तत्वावधान में 17वां वार्षिकोत्सव “झंकार 2025” बड़े धूमधाम से मनाया गया। यह सांस्कृतिक आयोजन देहरादून की कला और संस्कृति को एक नई ऊंचाई देने वाला साबित हुआ।
मुख्य अतिथियों ने किया शुभारंभ
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि विनोद उनियाल (उपाध्यक्ष, राज्य स्तरीय महिला उद्यमिता परिषद, उत्तराखंड), कंचन गुनसोला (वरिष्ठ भाजपा नेत्री), और सुश्री शांति वर्मा (विख्यात जौनसारी लोक गायिका) ने दीप प्रज्वलित कर किया। विशिष्ट अतिथियों में इंजीनियर आशीष पवार, एडवोकेट नूपुर शर्मा गुप्ता, और इंजीनियर आराध्या कुमार शामिल रहे।
शानदार नृत्य प्रस्तुतियां
कार्यक्रम की शुरुआत “वंदे मातरम” की खूबसूरत प्रस्तुति से हुई। झंकार नृत्य प्रतियोगिता में कनिष्ठ और वरिष्ठ वर्ग के प्रतिभागियों ने अपनी अद्भुत प्रतिभा का प्रदर्शन किया।
- कनिष्ठ वर्ग: शनाया अग्रवाल, प्रिया, मेधावी सिंह, और प्रियांशी ने अपने नृत्य से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
- वरिष्ठ वर्ग: अपर्णा थपलियाल, ईशवि वर्मा, संध्या डोभाल, और अंजनी पटवाल जैसे प्रतिभागियों ने अपने शानदार प्रदर्शन से वाहवाही बटोरी।
संस्थान का गौरवशाली इतिहास
एडवोकेट नूपुर शर्मा गुप्ता ने अकादमी की उपलब्धियों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि यह संस्था न केवल देहरादून बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बना चुकी है। लाल बहादुर शास्त्री आईएएस अकादमी, इंडियन मिलिट्री अकादमी, और सेंट जॉर्ज कॉलेज जैसे प्रतिष्ठित संस्थानों में नृत्य प्रशिक्षण देना इसका गौरव है।
सम्मान और प्रेरणा के पल
मुख्य अतिथि श्रीमती विनोद उनियाल ने कहा, “नृत्य भारतीय संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है। नूपुर डांस एकेडमी जैसे संस्थान इस कला को संरक्षित और प्रचारित करने का महत्वपूर्ण कार्य कर रहे हैं।”
विशिष्ट अतिथि कंचन गुनसोला और शांति वर्मा ने भी बच्चों और संस्था की प्रशंसा की। निर्णायक इंजीनियर आशीष पवार ने प्रतिभागियों की प्रशंसा करते हुए कहा, “झंकार जैसे कार्यक्रम बच्चों के आत्मविश्वास को बढ़ाने और उनकी कला को निखारने में अहम भूमिका निभाते हैं।”
प्रतिभागियों को पुरस्कार वितरण
कनिष्ठ और वरिष्ठ वर्ग में विजेताओं को प्रथम, द्वितीय, और तृतीय स्थान पर सम्मानित किया गया। “झंकार स्टार अवार्ड” ने सभी को प्रोत्साहित किया।
कार्यक्रम की सफलता में सहयोग
कार्यक्रम के सुंदर संचालन और सफलता में इंजीनियर आराध्य कुमार, हरिओम कुमार, और अनिल कुमार गुप्ता का विशेष योगदान रहा।
समापन पर राष्ट्रगान
कार्यक्रम का समापन राष्ट्रगान के साथ हुआ, जिसने इस सांस्कृतिक शाम को एक प्रेरणादायक और यादगार अनुभव बना दिया।