environmental pollution
देहरादून। दुनिया के शीर्ष वैज्ञानिक (नौ नवंबर को) पर्यावरण प्रदूषण कम करने की ज्वलंत चुनौती से निपटने की नई तकनीकों पर चर्चा करेंगे। इसके लिए आईसी इंजन, प्रोपल्शन एण्ड कम्बश्चन विषय पर ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी में अतंर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया है।
ग्राफिक एरा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स के चेयरमैन डा. कमल घनशाला ने पत्रकारों को बताया कि इस सम्मेलन में भारतीय अंतरिक्ष विभाग के सचिव व इसरो के अध्यक्ष डा. एस. सोमनाथ और मिसाइल वैज्ञानिक, नीति आयोग के सदस्य व ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के चांसलर डा. वी. के. सारस्वत भी शामिल होंगे।
डॉ घनशाला ने कहा कि देश अंतरिक्ष अभियानों के जरिये एक बड़ी शक्ति के रूप में उभरा है। मिसाइल व रॉकेट लॉंच करने में काफी ईंधन इस्तेमाल होता, इसी तरह वाहनों से भी बहुत प्रदूषण होता है। इस महत्वपूर्ण सम्मेलन में देश और दुनिया के प्रमुख वैज्ञानिक ग्रीन फ्यूल, हाइड्रोजन, मेथेनॉल और कम कार्बन उत्सर्जित करने वाली गैसों से जुड़ी नई तकनीकों के उपयोग पर चर्चा करेंगे।
डा. घनशाला ने बताया कि इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में जैव इंधन के उत्पादन व उपयोग, हाइब्रिड इलैक्ट्रिक व्हिकल, सॉफ्टवेयर कन्ट्रोल इंजन, हाइड्रोजन से चलने वाले आईसी इंजन, गैस टरर्बाइन, आईसी इंजन के लिए ऑप्टिकल डायग्नोस्टिक और रॉकेट इंजन, स्प्रे कम्बश्चन, सुपर सोनिक कम्बश्चन से संबंधित तकनीकों पर विचार विमर्श किया जाएगा।
सम्मेलन में देश विदेश के वैज्ञानिक इन विषयों पर 120 से अधिक शोध पत्र प्रस्तुत करेंगे। सम्मेलन में यूनाइटेड नेशन्स के डा. उगर ग्यूवेन, सिंगापुर के प्रो. जियांग ह्वांगवी, ताईवान के प्रो. मिंग सुन वू, नीदरलैण्डस के डा. प्रखर जिन्दल, आयरलैण्ड के डा. आशीष वशिष्ठ, शिकागो के डा. शांतनु चौधरी, यूएस के डा. नारायणस्वामी वेंकटेश्वरन भी भाग लेंगे।
सम्मेलन में दास्तूर एनर्जी के सीईओ व मैनेजिंग डायरेक्टर अटानू मुखर्जी, कम्बश्चन इंस्टीट्यूट इण्डियन सेक्शन के सचिव पी. के. पाण्डेय के साथ ही देश-विदेश के अनेक शीर्ष वैज्ञानिक शामिल होंगे। अन्तर्राष्ट्रीय स्तर का यह आयोजन छात्र छात्राओं के लिए बहुत प्रेरक होगा।
अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन के आयोजन सचिव डॉ सुधीर जोशी ने सम्मेलन के तकनीकी सत्रों की जानकारी दी। ग्राफिक एरा के सिल्वर जुबली कंवेंशन सेंटर में आयोजित इस तीन दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन के पहले दिन नौ नवम्बर की सुबह वैज्ञानिक आर्टिफिशियल इण्टैलिजेंस फॉर इनसाइटफुल इंटीग्रेशन ऑफ कम्बश्चन मॉडलिंग एंड एक्सपेरिमेंट, एनर्जी सोल्यूशन्स विद न्यू मैथड्स फोर एनर्जी रैनेसा इन कम्बश्चन पर चर्चा करेंगे।
10 नवम्बर को एक्सटेंशन एण्ड फ्लेमेबिलिटी लिमिट ऑफ एमोनिया, हाइड्रोजन ब्लैंड और 11 को ग्रीन प्रोपल्शन व डिटोनेशन वेव आपरेशंस विषय पर विशेष सत्र होंगे। इस अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी और ग्राफिक एरा हिल यूनिवर्सिटी ने कम्बश्चन इंस्टीट्यूट इण्डियन सेक्शन के सहयोग से किया है।
इस अवसर पर ग्राफिक एरा डीम्ड यूनिवर्सिटी के प्रो चांसलर प्रो राकेश कुमार शर्मा और कुलपति डॉ नरपिंदर सिंह भी मौजूद थे।