भरत की जन्मस्थली
हर्षिता टाइम्स
देहरादून, 13 अगस्त। कोटद्वार में हेरिटेज टूर गाइड ने भरत की जन्मस्थली कण्वाश्रम का दौरा किया। कण्वाश्रम उत्तराखंड के पौड़ी गढ़वाल जिले के कोटद्वार शहर से 14 कि.मी. की दूरी पर स्थित हमारी प्रसिद्ध प्राचीन सांस्कृतिक विरासत है जिसे ऋषि कण्व का आश्रम (गुरुकुल) या भरत की जन्मस्थली भी कहा जाता है।
ऐसा माना जाता है कि प्राचीन काल में केदारखंड की यात्रायें श्रद्धालुओं द्वारा गंगाद्वार (हरिद्वार) से कण्वाश्रम, मालिनी नदी के किनारे-किनारे महाबगढ, ब्यास घाट, देवप्रयाग होते हुए अनेक कष्ट सहकर पूर्ण की जाती थी।
केदारखंड में भी कहा गया है कि कण्वाश्रम से आरंभ करके जहां तक नंदगिरी आता है उतना क्षेत्र पुण्य और मोक्ष देने वाला है। कण्वाश्रम में वर्तमान पार्षद शैलेश शैलेन्द्र द्वारा हेरिटेज टूर गाइड के भ्रमण के लिए विशेष इंतज़ाम किये गए।
भरत की जन्मस्थली भूमि के महत्त्व की विशेषता :-
हेरिटेज टूर गाइड को गुरूजी जयप्रकश केष्टवाल ने कण्वाश्रम भूमि के महत्त्व की विशेषता बताई। उन्होंने बताया की कण्वाश्रम, कण्व ऋषि का वही आश्रम है। जहां हस्तिनापुर के राजा दुष्यन्त तथा शकुन्तला के प्रणय के पश्चात “भरत” का जन्म हुआ था। भरत के नाम पर हमारे देश का नाम भारत पड़ा।
शकुन्तला ऋषि विश्वामित्र व अप्सरा मेनका की पुत्री थी। महाकवि कालिदास द्वारा रचित अभिज्ञान शाकुंतलम और पुराणों में भी इसका उल्लेख मिलता है।
कण्वाश्रम में विधानसभा स्पीकर ऋतू खंडूरी ने भी टूर गाइड को उनके उज्जवल भविष्य के लिए शुभकामनाये दी। टूर गाइड ने ऋतू खंडूरी जी को कण्वाश्रम की यात्रा का वृतांत बताया और यादगार के तौर पर उनके साथ फोटोग्राफ्स ली।
इस यात्रा में ऑनलाइन जुड़कर अपर निदेशक पूनम चंद ने बताया की उत्तराखंड में पर्यटन विभाग द्वारा कोटद्वार का चयन किया गया है, जहां पर्यटकों की सुविधा के लिए स्थानीय स्तर पर हेरिटेज टूर गाइड तैयार किए जा रहे हैं।
उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद के माध्यम से हेरिटेज टूर की योजना को धरातल पर उतारा जा रहा है, ताकि सैलानी यहां की धरोहर से भी परिचित हो सकें तथा इससे उन्हें नया अनुभव भी हासिल होगा।
साथ ही उनकी सुविधा के लिए स्थानीय स्तर पर हेरिटेज टूर गाइड के रूप में कार्य करने वाले स्थानीय युवाओं को रोजगार भी उपलब्ध हो सकेगा।
उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद के माध्यम से हेरिटेज टूर की योजना को धरातल पर उतारा जा रहा है, ताकि सैलानी यहां की धरोहर से भी परिचित हो सकें तथा इससे उन्हें नया अनुभव भी हासिल होगा।
साथ ही उनकी सुविधा के लिए स्थानीय स्तर पर हेरिटेज टूर गाइड के रूप में कार्य करने वाले स्थानीय युवाओं को रोजगार भी उपलब्ध हो सकेगा।
उन्होंने बताया की टूरिज्म एंड हास्पिटेलिटी स्किल काउंसिल (टीएचएससी) के माध्यम से युवाओं को हेरिटेज टूर गाइड का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। यूटीडीबी ने प्रदेश में ऐसे स्थल चयनित किए हैं, जहां की धरोहर पर्यटकों के लिए नए आकर्षण से कम नहीं होगी। कोटद्वार में इस विशेष ट्रेनिंग का क्रियान्वन ‘समर्पित मीडिया सोसाइटी’ द्वारा किया जा रहा है।
युवाओ को रोजगार की राह दिखाने में कोटद्वार के Institute of Hospitality, Management and Sciences, IHMS एवं MKVN एवं डज्ञटछ विद्यालय का विशेष सहयोग है।
आने वाले समय में हेरिटेज टूर गाइड कोटद्वार को पर्यटन की दृष्टि से आगे बढ़ाने में मददगार साबित होंगे। आज की साइट विजिट में समर्पित मीडिया सोसाइटी के पंकज शर्मा, सीमा शर्मा एवं दीपक शर्मा मौजूद रहे।