हर्षिता टाइम्स।
देहरादून। अपराजिता सोशल वेलफेयर फाउंडेशन की ओर से इस बार ‘चलो गांव की ओर’ का संदेश देते हुए ग्रामीण महिलाओं के साथ फाउंडेशन डे मनाया गया । इस मौके पर ग्रामीण बालिकाओं ने गढ़वाली में रामि बौराणी नाटक प्रस्तुत कर सबको भावुक कर दिया। कार्यक्रम के दूसरे दिन मेडिकल कैम्प का आयोजन किया जाएगा।
शनिवार को कौलागढ़ के दीन दयाल उपाध्याय नगर स्थित हॉल में फाउंडेशन डे कार्यक्रम का शुभारंभ करते हुए अपराजिता की ओर से मुख्य अतिथि कैंट विधायक सविता कपूर का स्वागत किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत रेशमा और खुशी ने गणेश वंदना से की। प्रतिभा और आरती ने गढ़वाली गीत सुना समां बांध दिया। सृष्टि और गायत्री ने नृत्य की शानदार प्रस्तुति दी। इस मौके पर ग्रामीण महिलाओं को अलग-अलग गेम भी खिलाए गए। कार्यक्रम की मुख्य अतिथि विधायक सविता कपूर ये सब देख बेहद खुश हुई और उन्होंने कहा कि वाकई में खुशी देनी है तो इन मासूम चेहरों को दें। शहर में तो एंटरटेनमेंट के लिए महिलाओं के पास कई साधन हैं लेकिन इन ग्रामीण महिलाओं के लिए इस तरह के आयोजन अपने आप में अपराजिता के महत्व को बताते हैं। इस मौके पर उन्होंने सांस्कृतिक कार्यक्रम में भागीदारी निभाने वालों को पुरस्कार भी वितरित किए। आयोजक और अपराजिता की संस्थापक रजनी सिन्हा ने कहा कि कार्यक्रम का उद्देश्य लोगों को गांव की ओर ले जाना है ताकि पलायन को रोका जा सके। उन्होंने कहा कि अपराजिता परिवार की ओर से ये एक छोटी सी कोशिश है,जिसके तहत इन महिलाओं के बीच पहुंचने का प्रयास किया जा रहा है। इस मौके पर सीमा सिंह, परमिंदर कौर, चंद्र प्रभा, अनिता साहनी, नीलम शर्मा, सुनीता खेर, शिप्रा चौपड़ा, आशा रानी पैन्यूली, श्वेता अग्रवाल आदि ने विशेष सहयोग किया।
जब रामि के पति ने ली परीक्षा
पूनम, प्रतिभा और कोमल ने रामी बौराणी की कहानी से सबको भावुक कर दिया। उन्होंने दिखाया कि किस तरह से रामी 11 साल पति से दूर रहने के बाद भी अपना पतिव्रता धर्म निभाती रही।एक दिन रामि का पति साधु के वेश में उसकी परीक्षा लेने की कोशिश करता है। लेकिन हार मान जाता है, आखिरकार अपनी माँ के पैरों में गिरकर बोलता है,माँ मैं तेरा बेटा और रामि से माफी मांगता है।