देहरादून। आयुर्वेद और ऐलोपैथी के विवाद में गुरुवार को कांग्रेस ने योगगुरू बाबा रामदेव पर बड़ा हमला बोला। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष प्रीतम सिंह ने बाबा के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने की मांग की। प्रीतम ने कहा कि सरकार तत्काल बोर्ड को भंग करे। अन्यथा सत्ता में आने पर कांग्रेस देवस्थानम बोर्ड को भंग करने का काम करेगी। राजीव भवन में मीडिया से बातचीत में प्रीतम ने कहा कि कोरोनाकाल में डाक्टर और मेडिकल कर्मी जान हथेली पर रखकर काम कर रहे हैं। ऐसे में बाबा ने अपने ऊटपटांग बयानों से सभी को हतोत्साहित करने का काम किया। यह पाप से कम नहीं है। केंद्र सरकार के कहने पर भी वो शांत नहीं है और आए दिन इसी प्रकार के बयान आ रहे हैं। कोरोना काल में भ्रम फैलाना भी अपराध है। सरकार को तत्काल उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जेल भेजना चाहिए। प्रीतम ने कहा कि देवस्थानम बोर्ड को लेकर प्रदेश में भ्रम की स्थिति बनी हुई है। सीएम और सरकारी प्रवक्ता कहते हैँ इस पर पुनर्विचार किया जाएगा। जबकि पर्यटन मंत्री कहते हैं कि यह बना रहेगा। यह कानून और बोर्ड स्थानीय भावनाओं के अनुरूप नहीं है।
पूर्व शिक्षा मंत्री मंत्रीप्रसाद नैथानी ने भी सरकार से देवस्थानम बोर्ड को भंग करने की मांग की और कहा कि कुछ समय पहले सीएम खुद भी इसे भंग करने की घोषणा कर चुके हैं। अब इसे भंग न कर इसमें सदस्य नामित किए जा रहे हैं। यह कुचक्र रचा जा रहा है। कांग्रेस इसे बर्दास्त नहीं करेगी। कांग्रेस इस बोर्ड के खिलाफ जारी तीर्थ पुरोहितों के आंदोलन का समर्थन करती है। यदि सरकार ने बोर्ड को भंग न किया तो कांग्रेस सरकार में आने पर इसे भंग करेगी।