Cultural festival of Graphic Era
देहरादून। ग्राफिक एरा ग्लोबल स्कूल के नन्हे-मुन्नू ने सांस्कृतिक उत्सव में अपनी मासूमियत और प्रतिभा का जादू बिखरा। संगीत, नृत्य और नाटक से सजा यह रंगारंग उत्सव उत्साह, तालियों की गूंज और रचनात्मकता की चमक से जगमगा उठा।
ग्राफिक एरा के सिल्वर जुबली कन्वेंशन सेंटर में ग्राफिक एरा ग्लोबल स्कूल का संस्कृत उत्सव प्रिस्मौरा का आयोजन किया गया। ग्राफिक एरा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डा. कमल घनशाला ने कहा कि छात्र-छात्राओं ने जो उर्जा, लगन और रचनात्मक दिखाई है वह काबिले तारीफ है। उन्होंने कहा कि छात्रों के जोश उत्साह और आत्मविश्वास ने कार्यक्रम को यादगार बना दिया। इस सफलता के पीछे शिक्षकों और अभिभावकों की मेहनत और समर्पण महत्वपूर्ण एवं सराहनीय है।

प्रिस्मौरा की शुरुआत एक इंस्ट्रूमेंटल बैंड परफॉर्मेंस से हुई जिसने पूरे माहौल को संगीत की मधुर तरंगों से भर दिया। प्री-प्राइमरी के बच्चों ने रामायण का मंचन कर दर्शकों को भावुक कर दिया। ग्रेड 1 और 2 के छात्र-छात्राओं ने समूह गान जबकि ग्रेड 3 से 5 के छात्र-छात्राओं ने वेस्टर्न समूह गान में अपनी प्रतिभा दिखाई। नृत्यमाला में जीवन के पांच तत्वों पर आधारित नृत्य नाटिका प्रस्तुत की गई। उत्तराखण्ड के पारंपरिक गढ़वाली नृत्य और पंजाब के जोश से भरे भांगड़ा ने दर्शकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। छात्र-छात्राओं ने विलियम शेक्सपियर के नाटक द मर्चेंट ऑफ वेनिस के कोर्ट सीन का मंचन कर अंग्रेजी साहित्य की गहराई को जीवंत किया। योग डिस्प्ले ने संतुलन, अनुशासन और एकाग्रता का ऐसा उदाहरण प्रस्तुत किया जिसे दर्शकों को प्रेरित किया।
ग्राफिक एरा ग्लोबल स्कूल के नन्हे मुन्नू ने यह साबित किया की प्रतिभा उम्र की मौहताज नहीं। हर प्रस्तुति में उनकी लगन आत्मविश्वास और रचनात्मकता की झलक दिखाई दी। मासूमियत से भरे छोटे बच्चों से लेकर सदे हुए वरिष्ठ छात्र-छात्राओं तक हर प्रदर्शन ने दर्शकों का दिल जीत लिया।

प्रिस्मौरा में ग्राफिक एरा एजुकेशनल सोसाइटी की चेयरपर्सन लक्ष्मी घनशाला, ग्राफिक एरा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस की वाइस चेयरपर्सन डा. राखी घनशाला, प्रो-कुलपति डा. राकेश शर्मा, कुलपति डा. नरपिंदर सिंह, कुल सचिव डा. नरेश कुमार शर्मा, प्रधानाचार्य श्री राजकुमार त्रेहन समेत शिक्षक- शिक्षिकाएं, छात्र-छात्राएं और उनके अभिभावक शामिल रहे।