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लोकसभा चुनाव 2024: उत्तराखंड में सभी पांचों सीटों पर मतगणना की तैयारियां पूरी

lok sabha election 2024

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देहरादून। अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी डॉ. विजय जोगदंडे ने मीडिया सेंटर सचिवालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में जानकारी दी कि लोकसभा सामान्य निर्वाचन 2024 के दृष्टिगत उत्तराखंड की सभी पांचों लोकसभा सीटों पर मतगणना की सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। 4 जून को प्रातः 8:00 बजे से मतगणना प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। जनपद स्तर पर सभी राजनीतिक पार्टियों के साथ बैठकें संपन्न हो चुकी हैं। सभी प्रत्याशियों, उनके एजेंटों एवं पार्टी पदाधिकारियों को स्ट्रॉन्ग रूम को खोलते समय उपस्थित रहने का अनुरोध किया गया है।

निर्वाचन आयोग की तैयारी और व्यवस्था

डॉ. जोगदंडे ने बताया कि निर्वाचन आयोग ने काउंटिंग की तैयारियों और काउंटिंग की सभी प्रक्रियाओं में निगरानी रखने के लिए 27 ऑब्जर्वर राज्य में तैनात किए हैं। सभी ऑब्जर्वर अपने-अपने जनपदों में पहुंच चुके हैं। स्ट्रॉन्ग रूम को खोलते समय सभी प्रक्रियाओं की वीडियोग्राफी की जाएगी। आरओ हेडक्वार्टर पर सुबह 8:00 बजे से सर्वप्रथम पोस्टल बैलट की काउंटिंग शुरू होगी, और सुबह 8:30 बजे से ईवीएम काउंटिंग शुरू होगी। अन्य जिलों में सुबह 8:00 बजे से ईवीएम काउंटिंग शुरू होगी।

ईवीएम काउंटिंग के लिए 884 टेबल तैयार

पूरे प्रदेश में ईवीएम काउंटिंग के लिए 884 टेबल बनाई गई हैं। प्रत्येक विधानसभा में अधिकतम 14 टेबल काउंटिंग के लिए रखी गई हैं। टेबल्स की संख्या जनपद के अनुसार अलग-अलग हो सकती है। प्रत्येक टेबल पर तीन कार्मिक तैनात किए जाएंगे – एक काउंटिंग सुपरवाइजर, एक काउंटिंग असिस्टेंट, और एक माइक्रो ऑब्जर्वर। इसके अतिरिक्त, 120 रिजर्व कार्मिकों की तैनाती भी की जाएगी। मतगणना स्थल पर विद्युत, पेयजल, खानपान और लॉ एंड ऑर्डर के लिए विशेष अधिकारियों की तैनाती की जाएगी। काउंटिंग सेंटर के लिए स्पेशल मजिस्ट्रेट भी तैनात किए गए हैं।

सुरक्षा व्यवस्था

काउंटिंग सेंटर में सुरक्षा के दृष्टिगत तीन घेरों में सुरक्षा व्यवस्था बनाई गई है। सबसे अंदर के घेरे में सीआरपीएफ द्वारा ड्यूटी दी जाएगी, दूसरे घेरे में राज्य सशस्त्र पुलिस बल और तीसरे घेरे में राज्य पुलिस द्वारा ड्यूटी तैनात की जाएगी। किसी भी व्यक्ति को तीसरे घेरे के आगे वाहन ले जाने की अनुमति नहीं होगी।

सभी आने वाले व्यक्तियों, अधिकारियों और कार्मिकों को डीओ या आरओ द्वारा जारी पहचान पत्र के आधार पर ही प्रवेश मिलेगा। प्रत्याशियों और राजनीतिक पार्टियों द्वारा नियुक्त किए जाने वाले काउंटिंग एजेंट फार्म 18 में दिए गए नियुक्ति पत्र और पहचान पत्र के साथ प्रवेश कर सकते हैं। काउंटिंग केंद्र पर किसी भी व्यक्ति को मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति नहीं होगी और इसके लिए अलग से मोबाइल डिपॉजिट सेंटर बनाए गए हैं। इसके अतिरिक्त कोई भी इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस ले जाने पर सख्त रोक है।

पारदर्शिता और मीडिया के लिए व्यवस्था

काउंटिंग में पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए सभी प्रक्रियाओं की वीडियोग्राफी की जाएगी। मीडिया के लिए मीडिया कंट्रोल रूम की व्यवस्था की गई है। यदि प्रत्याशी चाहें तो दूरस्थ जिले के एआरओ टेबल पर अपना काउंटिंग एजेंट नामित कर सकते हैं। प्रत्येक विधानसभा में पांच रैंडम सिलेक्टेड वीवीपैट मशीनों की पर्चियों की काउंटिंग की जाएगी और इसे ईवीएम में प्राप्त मतों के साथ टैली किया जाएगा।

मतदान का विवरण

डॉ. जोगदंडे ने बताया कि मतदान के दौरान मतदान कार्मिकों द्वारा कुल 27,156 पोस्टल बैलेट का प्रयोग किया गया। इसके अतिरिक्त 12,670 दिव्यांग और वृद्ध मतदाताओं ने मतदान किया था। इलेक्ट्रॉनिकली ट्रांसमिटेड पोस्टल बैलट सिस्टम (ETPBS) के माध्यम से अब तक 52,053 पोस्टल बैलेट प्राप्त हो चुके हैं। उत्तराखंड राज्य में कुल 57.22% मतदान हुआ, जिसमें कुल 47,72,000 मत पड़े। इसमें 23,55,000 महिलाओं, 24,16,000 पुरुषों और 87 ट्रांसजेंडरों ने अपने मत का उपयोग किया।

इस महत्वपूर्ण निर्वाचन प्रक्रिया की पारदर्शिता और निष्पक्षता सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं, जिससे उत्तराखंड के मतदाता और राजनीतिक पार्टियां आश्वस्त रह सकें।

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हर्षिता टाइम्स

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