Loksabha election 2024 low turnout
उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव में 55.89 प्रतिशत मतदाताओं ने ही अपने मताधिकार का प्रयोग किया। निर्वाचन आयोग द्वारा जारी मतदान के ये आंकड़े रात्रि 10 बजे तक के हैं। कम मतदान ने प्रत्याशियों और सियासी दलों के लिए नई टेंशन खड़ी कर दी है।
लोकसभा के लिए उत्तराखंड की सभी पांचों सीटों पर शुक्रवार को कुछ छिटपुट घटनाओं को छोड़कर शांतिपूर्ण तरीके से मतदान संपन्न हो गया। राज्य में 55.89 प्रतिशत मतदाताओं ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। यह पिछले लोकसभा चुनाव की तुलना में लगभग सात प्रतिशत कम है।
साफ है कि पहाड़ी वोटर एक बार फिर कम वोट के लिए बाहर निकले। जबकि मैदानी वोटरों ने पहाड़ की तुलना में ज्यादा उत्साह दिखाया। मतदान के दिन गर्मी ने भी अपना पूरा तेवर दिखाया जो कि मतदान बंद होने के बाद हल्की बूंदाबादी में बदल गया।
बता दें कि इस बार मतदान प्रतिशत को बढ़ाने के लिए निर्वाचन आयोग ने कई जागरूकता के कार्यक्रम चलाए। इतना ही नहीं अवेयरनेस प्रोेगाम के साथ ही कई ऐसी प्रतियोगिताएं की गई, जिससे लोगों में उत्साह जगे। लेकिन अब तक प्राप्त आंकड़ों में ऐसा नजर नहीं आ रहा है। इसका असर चुनावी परिणाम पर पड़ना तय है। जिससे चार जून तक प्रत्याशी और सियासी दलों की टेंशन बढ़नी तय है।
कहां कितना मतदान
अल्मोड़ा – 45.72, गढ़वाल 49.93, हरिद्वार 59.73, नैनीताल 60.04, टिहरी गढ़वाल 52.08 प्रतिशत,
निर्वाचन आयोग द्वारा जारी प्रारंभिक आंकड़े, जिलेवार मतदान प्रतिशत
उत्तरकाशी – 52.3, चमोली – 49.36, रुद्रप्रयाग – 54.02, टिहरी – 40.93, देहरादून – 55.85, हरिद्वार – 61.34, पौड़ी – 46.42, पिथौरागढ़ – 45.85, बागेश्वर – 45.08, अल्मोड़ा – 40.87, चंपावत – 50.45, नैनीताल – 56.02, यूएस नगर – 61.5
प्रदेश में शांतिपूर्ण रहा चुनाव
उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव शांतिपूर्ण संपन्न हो गए। पूरे राज्य में किसी भी क्षेत्र से चुनाव के दौरान किसी अप्रिय घटना की सूचना पुलिस को नहीं मिली। इस बार चुनाव की सुरक्षा में करीब 40 हजार से ज्यादा पुलिसकर्मी और अर्द्धसैनिक बलों को तैनात किया गया था।
पुलिस के नोडल अधिकारी एडीजी कानून व्यवस्था एपी अंशुमान ने बताया कि पूरे दिन भ्रमणशील रहने वाला बल निगरानी में जुटा रहा। इसके अलावा पुलिस कंट्रोल रूम में भी पुलिसकर्मियों को अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए थे।