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Politics कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा के महेंद्र भट्ट को लेकर निजी टिप्पणी :-
कांग्रेस अध्यक्ष करन माहरा के महेंद्र भट्ट को लेकर निजी टिप्पणी पर पलटवार करते हुए चौहान ने इसे निम्न स्तर की राजनीति (Politics) और हताशा मे दिया बयान बताया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष को अपनी जानकारी दुरस्त करने की जरूरत है क्योंकि भाजपा अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने श्रीनगर से कभी चुनाव नही लड़ा और वह सबसे पहले ऋषिकेश छात्र संघ चुनाव लड़े। वह पहली बार नंद प्रयाग से विधायक बने और फिर बद्रीनाथ से निर्वाचित हुए।
कांग्रेस अध्यक्ष के अनुसार रेणी की घटना के बाद जोशीमठ की घटना हुई, इसका मतलब है कि जोशीमठ की घटना कांग्रेस के विधायक बनने के कारण हुई। उनके इस अद्भुद ज्ञान से तो उनका अज्ञानी होना ही ठीक है।
उन्होंने ब्राह्मण को लेकर गढ़े गए कसीदों पर भी आपत्ति जताते हुए कहा कि व्यक्तित्व जाति मे नही कर्म मे छिपा होता है। किसी जाति विशेष का उल्लेख श्रेष्ठतम कहकर अन्य को कम आँकना गलत है।
Politics :- चौहान ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष को सनातन संस्कृति के बारे मे भी अध्ययन की जरूरत है। सदियों पुरानी सनातन परंपरा रही है कि शुभ कार्य या देव आह्वान से पहले आमंत्रण होता रहा है। अक्षत समृद्धि और उदारता का प्रतीक है। शुद्धता के कारण ईश्वर को समर्पित होता है। इसके अलावा शादी व्याह के मौके पर वर बधू पर अक्षत छिड़कने की परंपरा रही है। कांग्रेस अध्यक्ष एक नई परंपरा का जिक्र कर रहे हैं जो कि अनूठा ज्ञान है।