Quality of education
- कांग्रेस तुष्टिकरण की खातिर कर रही अल्प संख्यक शिक्षा कानून का विरोध
देहरादून। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रमुख मनवीर सिंह चौहान ने धामी सरकार के द्वारा लाये गए नये अल्पसंख्यक कानून को जरूरी बताते हुए कहा कि इससे शिक्षा की गुणवत्ता मे सुधार होगा और सभी वर्गों को गुणवत्तापरक शिक्षा का अधिकार है।
कांग्रेस के ध्रुवीकरण के आरोपों पर पलटवार करते हुए उन्होंने कहा कि क्या कांग्रेस नही चाहती कि सभी वर्गों को गुणवत्तापरक शिक्षा हासिल हो? एक और कांग्रेस पुराने कानून मे नये बनाये गए प्रावधानों को यथावत बता रही है तो फिर उसे विरोध करने की जरूरत क्यों पड़ रही है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का विरोध महज समुदाय विशेष की तुष्टिकरण के लिए है।
चौहान ने कहा कि अल्प संख्यक विधालयों मे हाई टेक सुविधाएं, योग्य शिक्षक होंगे तो उसका लाभ अल्प संख्यक छात्रों को मिलेगा। जबकि मदरसों मे यह व्यवस्था नही थी। उन्होंने कहा कि धार्मिक शिक्षा के लिए अलग से अनुमति लिए जाने का प्रावधान है। अन्य विधालयों और छात्रों की भाँति इन विधालयों मे रोजगारपरक और गुणवत्ता परक शिक्षा मुहैया करायी जायेगी।
चौहान ने कहा कि भाजपा सबका साथ सबका विकास के सिद्धांत पर कार्य कर रही है। तकनीकी तौर पर दक्ष अन्य विधालयों की भाँति ही इन विधालयों को किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने समुदाय विशेष को अब तक वोट बैंक और टूल किट तक सीमित रखा। उनका शैक्षणिक विकास को अवरुद्ध रखा। अब सुधार की प्रक्रिया है तो कांग्रेस को समस्या है।
उन्होंने कहा कि ज्ञान की रोशनी पर सबका अधिकार है और इस कदम के लिए विपक्ष को आलोचना के बजाय अल्प संख्यक समुदाय के बीच जन जागरुकता का वातावरण बनाने की जरूरत है। भाजपा द्वारा अच्छे उद्देश्य से लिए गए निर्णय को समुदाय विशेष भी स्वीकार करेगा और कांग्रेस को उसकी मंशा से भी अवगत करायेगा।