Naturalist Training
पर्यटन विभाग उत्तराखण्ड एवं Tourism & Hospitality Skill Council (THSC) द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित नेचुरलिस्ट ट्रेनिंग कार्यक्रम का समापन समारोह देहरादून स्थित ICAR – Indian Institute of Soil & Water Conservation के कॉन्फ्रेंस हॉल में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ।
समारोह में देहरादून प्रशिक्षण कार्यक्रम की डॉक्यूमेंट्री फिल्म प्रदर्शित की गई, जिसमें प्रशिक्षुओं द्वारा किए गए फील्ड विज़िट्स, नेचर ट्रेल्स, बर्ड वॉचिंग और फर्स्ट एड सत्रों की झलक प्रस्तुत की गई। प्रशिक्षुओं ने भी मंच से अपने अनुभव साझा किए और बताया कि इस प्रशिक्षण ने उन्हें प्रकृति संरक्षण, जैव विविधता की समझ, जिम्मेदार पर्यटन और स्थानीय समुदायों से जुड़ाव* जैसे महत्त्वपूर्ण विषयों पर गहन जानकारी दी।
राजीव भार्तरी ने कहा कि यह प्रशिक्षण युवाओं को केवल ज्ञान ही नहीं, बल्कि प्रकृति और समाज के प्रति जिम्मेदारी भी सिखाता है।
पूनम चंद ने अपने संबोधन में कहा कि पर्यटन विभाग की प्राथमिकता केवल पर्यटन को बढ़ावा देना ही नहीं, बल्कि युवाओं को सुरक्षित, जिम्मेदार और सतत पर्यटन के लिए प्रशिक्षित करना भी है। उन्होंने बताया कि नेचुरलिस्ट ट्रेनिंग से युवा रोज़गार के नए अवसरों, जैसे ईको-टूरिज़्म, वाइल्डलाइफ़ गाइडिंग और नेचर इंटरप्रिटेशन में आगे बढ़ पाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि यह पहल उत्तराखण्ड के ग्रामीण और पर्वतीय क्षेत्रों के आर्थिक विकास में प्रत्यक्ष योगदान देगी।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में वरिष्ठ भारतीय वन सेवा (IFS) अधिकारी एवं पूर्व PCCF (HoFF) राजीव भार्तरी उपस्थित रहे। विशिष्ट अतिथि के रूप में पूनम चंद, अतिरिक्त निदेशक, उत्तराखण्ड पर्यटन विकास परिषद (UTDB) ने अपनी गरिमामयी उपस्थिति रहे।