Resizone Residency
मयूर विहार स्थित रेशिजोन रेजिडेंसी के निवासी बिल्डर रेसिजोन बिल्डवेल प्राइवेट लिमिटेड द्वारा की गई अनियमितताओं और लापरवाहियों से बेहद परेशान हैं। सोसाइटी के 160 परिवारों ने बिल्डर अंक्रोदय कुमार पर अधूरी व्यवस्थाओं और मानकों की अनदेखी के गंभीर आरोप लगाए हैं।
सोसाइटी की प्रमुख समस्याएँ :
- सुरक्षा का अभाव :
- अर्थिंग और तड़ित चालक (लाइटनिंग अरेस्टर) की कोई उचित व्यवस्था नहीं है।
- बिजली के नंगे तार सोसाइटी में खुले तौर पर फैले हैं, जिससे हर वक्त दुर्घटना का खतरा है।
- आगजनी मानकों की अनदेखी :
- अग्निशमन मानकों का पालन नहीं किया गया है।
- ए ब्लॉक के एक्सटेंडेड हिस्से में संकीर्ण रास्ते छोड़े गए हैं।
- क्षतिग्रस्त संरचना :
- उत्तर दिशा में 50 मीटर लंबी और 12 फीट ऊंची दीवार कमजोर हालत में है, जिसे लकड़ी और लोहे के सहारे रोका गया है।
- चौथे और पाँचवें फ्लोर पर दरारें और सीलन की समस्याएँ आम हैं।
अन्य समस्याएँ :
- एसटीपी (सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट) की कोई व्यवस्था नहीं है।
- अधिकांश ब्लॉकों में दो लिफ्ट की जगह केवल एक लिफ्ट है।
- बरसात में बेसमेंट में पानी भर जाता है।
रखरखाव शुल्क में बढ़ोतरी :
निवासियों का आरोप है कि इन समस्याओं के बावजूद बिल्डर ने 1 जनवरी 2025 से रखरखाव शुल्क में ₹1.18 प्रति वर्ग फुट की वृद्धि की है। पहले ही ₹2.82 प्रति वर्ग फुट लिया जा रहा था, जिसका ब्रेकअप देने से बिल्डर ने इनकार कर दिया है।
निवासियों की मांग
निवासियों ने उत्तराखंड सरकार, एमडीडीए, अग्निशमन विभाग, नगर निगम और जिला प्रशासन से अपील की है कि वे इन मुद्दों का संज्ञान लें और बिल्डर के खिलाफ सख्त कार्रवाई करें।
इस अवसर पर अनिल कुमार शर्मा (अध्यक्ष), अनूप सिंह (उपाध्यक्ष), अंबर प्रकाश (सचिव), विश्वबंधु सेमवाल (कोषाध्यक्ष), रिचा थापा, सुमन उनियाल, तनुजा सिंह, नवीन नौटियाल, निशा बिष्ट, नरेन्द्र पंत और सुनील कुमार शर्मा व एमए अंसारी ने एकजुट होकर अपनी आवाज बुलंद की।