political sarcasm
भारतीय जनता पार्टी के नामचीन नेता आजकल लोकसभा चुनाव के मद्देनजर उत्तराखंड पहुंच रहे हैं, ऐसे में स्टार प्रचारकों को आड़े हाथों लेते हुए उत्तराखंड कांग्रेस की मुख्य प्रवक्ता गरिमा मेहरा दसौनी ने भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पर कटाक्ष किया है। दसौनी ने कहा की उत्तराखंड का चुनाव मुख्यतः कुछ ज्वलंत बिंदुओं पर लड़ा जा रहा है, जिनमें से दो प्रमुख बिंदु अंकिता भंडारी हत्याकांड और अग्निपथ योजना है।
दसौनी ने कहा कि पिछले 18 महीने से उत्तराखंड बदले की आग में झुलस रहा है। उत्तराखंड के जनमानस को बदला चाहिए, अपनी 19 वर्षीय बेटी अंकिता भंडारी की निर्मम और बर्बर हत्या का। उत्तराखंड ने अंकिता भंडारी हत्याकांड को लेकर राज्य की भाजपा सरकार से सीबीआई की मांग करी जिसे बहुत ही सुविधाजनक तरीके से अनसुना कर दिया गया इतना ही नहीं अंकिता भंडारी हत्याकांड जिसने पूरे उत्तराखंड को झकझोर कर रख दिया। वह मामला फास्ट ट्रैक कोर्ट में तक अपनी जगह नहीं बना पाया? आखिर क्यों आज तक वीआईपी के नाम का खुलासा नहीं किया गया?
बुलडोजर चलाने वाले और आग लगाने वालों को कोई सजा नहीं मिली? सबूत के साथ छेड़छाड़ की गई? दसौनी ने कहा की शुरुआत से लेकर आज तक इस मामले में दाल में काला नहीं पूरी दाल ही काली नजर आ रही है। कोई तो है जिसे भाजपा नेतृत्व बचाने की कोशिश कर रहा है। दसौनी ने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि भाजपा की तमाम लीडरशिप की संवेदनाएं मर चुकी है, गरिमा ने कहा की भाजपा महिला मोर्चा को हेमा मालिनी का दर्द तो बहुत उठ रहा है परंतु अंकिता भंडारी के बारे में आज तक भारतीय जनता पार्टी की किसी महिला ने अपना मौन नहीं तोड़ा। क्यों ?
गरिमा ने कहा की एक तरफ तो भाजपा स्वयं को शक्ति का उपासक बताती हैं वहीं दूसरी ओर उत्तराखंड के चुनाव में अभी तक भाजपा के कई दिग्गज नेता जनसभाओं को संबोधित तो करते हैं पर ना अंकिता और न ही अग्नि वीर पर बोलने की हिम्मत कर पा रहे हैं।
दसौनी ने चुनौती देते हुए कहा कि यदि हिम्मत है भारतीय जनता पार्टी के स्टार प्रचारकों में तो छाती ठोक कर अग्निवीर योजना को जनसभाओं में देश के लिए हितकारी बताएं और अंकिता भंडारी को सार्वजनिक तौर पर जनसभाओं से श्रद्धांजलि अर्पित करें और बताएं कि आज तक वीआईपी का खुलासा क्यों नहीं हुआ? रिसोर्ट में हुई दो बार आगजनी का और बुलडोजर चलाने का आदेश देने के जिम्मेदार लोगों पर क्या कार्रवाई हुई?