उत्तराखंड शिक्षा

1 जून से 12 जून तक वर्चुअल माध्यम से समर कैंप, छात्र छात्राओं को मिलेगा लाभ

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Written by Subodh Bhatt

हर्षिता टाइम्स।
देहरादून, 01 जून। राज्य परियोजना निदेशक, समग्र शिक्षा उत्तराखण्ड एवं महानिदेशक, विद्यालयी शिक्षा उत्तराखण्ड के निर्देशों के अनुपालन में दिनांक 01 जून 2023 से 12 जून 2023 तक वर्चुअल माध्यम से समर कैम्प का आयोजन किया जायेगा। तदुपरान्त आज दिनांक 01 जून 2023 को वर्चुअल समर कैम्प का उद्घाटन उत्तराखण्ड के मशहूर लोक गायक मंगलेश डंगवाल द्वारा किया गया। मंगलेश डंगवाल ने वर्चुअल माध्यम से उत्तराखण्ड के विभिन्न स्टूडियो में उपस्थित छात्र-छात्राओं एवं अध्यापकों से संवाद किया। उन्होंने बताया कि उत्तराखण्ड में बच्चों के अन्दर अपार प्रतिभायें निहित हैं। सही समय व सही दिशा निर्देशन में इन प्रतिभाओं को निखारा जा सकता है। समर कैम्प का मुख्य उद्देश्य बच्चों के अन्दर छिपी हुयी प्रतिभा को उजागर करना है। उन्होंने बच्चों को लोक गायन की तकनीकी से अवगत कराया साथ ही अपने विभिन्न सुप्रसिद्ध लोक गानों को गाया गया, जिनमें माया बांद, सुरमा सरैला, सिल्की बांद आदि गाने बच्चों की फरमाईश पर सुनाये।
द्वितीय सत्र में प्रसिद्ध भरतनाट्यम नृत्यांगना सोनल वर्मा अध्यक्ष, हिल फाउण्डेशन गु्रप ऑफ एजुकेशन द्वारा बच्चों को भरतनाट्यम के विधा की तकनीकी सिखायी गयी। साथ ही उन्हांेने भरतनाट्यम पर खुद भी प्रदर्शन कर बच्चों को दिखाया। बच्चे यह देखकर काफी प्रसन्नचित एवं प्रफुल्लित महसूस कर रहे थे। साथ ही बच्चों ने भी साथ-साथ नृत्य कर अपना हुनर दिखाया।
राज्य परियोजना निदेशक बंशीधर तिवारी द्वारा अवगत कराया गया कि विगत वर्ष से हमने वर्चुअल समर कैम्प की शुरूआत की और विगत वर्ष में बच्चों के उत्साह व उनके द्वारा दिये गये फीडबैक के आधार पर हमने निर्णय लिया कि हर वर्ष वर्चुअल मोड से समर कैम्प का आयोजन किया जायेगा। समर कैम्प में विभिन्न प्रकार की गतिविधियां आयोजित की जाती हैं, जिनसे बच्चों की छुपी हुई प्रतिभा को निखारने का अवसर प्राप्त होता है एवं बच्चे अपने आप मंे आनन्दमयी वातावरण तैयार कर प्रसन्नचित महसूस करते हैं। उन्होंने अवगत कराया कि इस 10 दिवसीय समर कैम्प में लोकगीत, लोकनृत्य, गायन, वादन, क्लासिकल नृत्य, योगा, आर्ट एण्ड क्राफ्ट, ब्यूटी एण्ड वैलनैस, जुम्बा, पेन्टिंग, पाक कला, कैरियर काउन्सिलिंग, आयुर्वेदा, आनन्दम पाठ्यचर्या आदि विभिन्न प्रकार के पाठ्य सहगामी क्रियाकलापों पर बच्चों को मार्गदर्शन दिया जायेगा ताकि वे आगे चलकर अच्छा प्रदर्शन कर सकें। यह कार्यक्रम राज्य के 435 राजकीय विद्यालयों में स्थित वर्चुअल स्टूडियो के माध्यम से दिखाया गया, जिसमें लगभग 8000 बच्चों एवं लगभग 1000 अध्यापकों द्वारा प्रतिभाग किया गया। महानिदेशक, विद्यालयी शिक्षा द्वारा निर्देशित किया गया कि यह कार्यक्रम शत प्रतिशत सभी 500 वर्चुअल स्टूडियो स्थित विद्यालयों में अनिवार्य रूप से आयोजित किया जाना है।
कार्यक्रम मंे अपर राज्य परियोजना निदेशक, समग्र शिक्षा डॉ0 मुकुल कुमार सती, उप राज्य परियोजना निदेशक आकाश सारस्वत, स्टॉफ आफिसर बी0पी0 मैन्दोली, उप राज्य परियोजना निदेशक एम0एम0 जोशी एवं समन्वयक हरीश नेगी उपस्थित थे। कार्यक्रम का सफल संचालन बी0पी0 मैन्दोली, स्टॉफ आफिसर द्वारा किया गया।

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