देहरादून। गोकुल संस्था द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर ” एक शाम महिलाओ के हुनर के नाम” कार्यक्रम का सफल आयोजन गोकुल केंद्र तेगबहादुर रोड में किया गया। मुख्य अतिथि के रूप में सुशीला बलूनी, पूर्व अध्यक्षा, उत्तराखंड महिला आयोग, विशिष्ट अतिथि साधना शर्मा, अध्यक्षा ‘उमा’ संस्था रही।
इस अवसर पर उमा संगल द्वारा होली उत्सव पर मधुर गीत सुनाकर कार्यक्रम की शुरुआत की गयी । तबले पर महिमा ने उनका साथ दिया। अग्रतर कार्यक्रम में कनक नेगी, अनीता सोनी, सुनीता भट्ट, चारु राणा, आभा सक्सेना नाज़िदा, सरोज नेगी द्वारा मोहक काव्य/गीत की प्रस्तुति दी गयी। कार्यक्रम में उषा मोहन, उषा गुसाईं, शारदा गुप्ता तथा ममता लाल द्वारा भी सहभागिता की गयी। कार्यक्रम का सञ्चालन मधु मैखुरी द्वारा किया गया।
गोकुल के परमाध्यक्ष मोहन जगूड़ी का विचार है की महिलाओ की रचनात्मकता उन्हें ईश्वर के समरूप लाती है तो उनकी संवेदनशीलता समाज के लिए प्रेरणादायक है। दिव्यांगजन के हितार्थ समर्पित गोकुल संस्था समाज में महिलाओ की रचनात्मक एवं संवेदनशील भागीदारी का सम्मान करती है। संस्था द्वारा अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर समस्त उपस्थित महिलाओ को सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में शारीरिक दिव्यांगता के संघर्ष को स्वीकार कर सकारात्मकता से जीवन जीने में सफल सरोज नेगी एवं नाज़िदा को भी सम्मानित किया गया। गोकुल दिव्यांगजन की छुपी हुयी प्रतिभा का विकास कर उन्हें एक आत्मनिर्भर एवं सम्मानित जीवन प्रदान करने हेतु दृढ संकल्पित है । वर्ष 2000 से आज तक 68 स्वास्थय शिविर एवं जागरूकता शिविरों के माध्यम से गोकुल द्वारा लगभग 37000 व्यक्तिओं को विभिन्न सेवाएं प्रदान की गयी है।