देहरादून : आम आदमी पार्टी के प्रदेश प्रभारी दिनेश मोहनिया ने बीजेपी और कांग्रेस को आडे हाथों लेते हुए जमकर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि दोनों ही दलों में अदला बदली और एक दूसरे को कोसने का खेल चल रहा है।
उन्होंने काबीना मंत्री सुबोध उनियाल पर एक निजी प्रोग्राम के दौरान निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस को कोसने वाले सुबोध उनियाल पहले कांग्रेस से ही विधायक रहे हैं और कोई भरोसा नहीं है कि अगर वो कांग्रेस को कोस रहे हैं तो कहीं ऐसा ना हो कि एक महीने बाद कांग्रेस में ही ना नजर आएं। उन्होंने कहा कि आज स्थिति ये है कि कांग्रेस के नेता बीजेपी पर आरोप लगा रहे हैं लेकिन अगर यही कांग्रेस के नेता अगर बीजेपी में शामिल हो जाते हैं तो बीजेपी को ये नेता दागी नजर नहीं आएंगे। उनकी वॉशिंग मशीन मे धुल कर वो नेता पाक साफ हो जाते हैं।
उन्होंने आगे बीजेपी नेताओं को चुनौती देते हुए कहा कि बीजेपी इन साढे चार सालों में सिर्फ दो काम गिनवा दे जो उनकी सरकार ने पूरे किए हों। उन्होंने बीजेपी पर कोरोना के नाम पर राजनीति करने का भी आरोप लगाया उन्होंने कहा कि पूरा देश जब कोरोना से कराह रहा था तो इनके मंत्री दिल्ली में बैठकर राजनीतिक रोटियां सेक रहे थे। उन्होंने कहा कि आज स्वास्थ से लेकर अन्य समस्याओं का प्रदेश में अंबार लगा हुआ है लेकिन हर बार कांग्रेस और बीजेपी एक दूसरे को इसका जिम्मेदार ठहराते हैं जबकि प्रदेश में दोनों ही पार्टियों की सरकारें रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश में मिली जुली सरकार चल रही है जहां मुख्यमंत्री तो बीजेपी के हैं लेकिन उनकी कैबिनेट में लगभग मंत्री कांग्रेस पार्टी से हैं। उन्होंने कहा कि सरकार बताए कि प्रदेश के लिए क्या सकारात्मक कार्य करने वाली है।
उन्होंने कृषि मंत्री सुबोध उनियाल को उनके ही द्वारा दिए बयान पर घेरते हुए कहा कि अगर सरकार 50 फीसदी प्रदेश की भूमि पर जैविक खेती के आंकडे ले आए तो वो आजीवन राजनीति से सन्यास ले लेंगे। उन्होनें आगे कहा कि जब बीजेपी के नेताओं के पास आंकडे नहीं होते तो वो चिल्लाना शुरु कर देते हैं लेकिन अब चिल्लाने से काम नहीं चलेगा। जनता को जवाब चाहिए।
उन्होंने कहा कि हम 2022 के चुनावों के लिए पूरी तरह तैयार हैं और हम शिक्षा,स्वास्थय,रोजगार,बिजली और पानी जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएंगे। ये वो 5 मुद्दे हैं जो हर व्यक्ति् के जीवन से सीधे जुडे हुए मुद्दे हैं। उन्होंने कहा कि अगर ईमानदार सरकार हो तो इन मुद्दों पर गंभीरता से काम किया जा सकता है। बजट की कमी कभी नहीं होती है,जैसे हमारी सरकार ने दिल्ली में करके दिखाया है वैसे ही उत्तराखंड में भी हम करके दिखाएंगे।