देहरादून : राज्य की भाजपा सरकार के ब्लैक फंगस के इलाज की पूरी तैयारी के लाख दावों के बावजूद प्रदेश की राजधानी में लोग इंजेक्शन के लिए दर दर भटक रहे हैं और उनके मरीज हस्पतालों में तड़प रहे हैं। श्री धस्माना ने कहा कि दवा व इंजेक्शन के अभाव में तड़पते हुए लोगों को नहीं देख सकता। यह बात उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष सूर्यकांत धस्माना ने सीएमओ कक्ष में सीएमओ अनूप डिमरी व डिप्टी सीएमओ कैलाश गुंजियाल का घिराव करते हुए कही। वहां मौजूद पत्रकारों से बात करते हुए श्री धस्माना ने कहा कि मुझे दो दिन से दर्जनों लोगों के फोन आ रहे हैं ब्लैक फंगस के इंजैक्शन के लिए और मैं सरकार के द्वारा बनाये गए नोडल अधिकारी को और सीएमओ को फोन कर रहा हूँ तो कभी फोन नहीं उठता और फोन उठता है तो एक ही जवाब, की नहीं है इंजैक्शन, उन्होंने कहा कि जब नहीं है। श्री धस्माना ने कहा कि एक मरीज के तीमारदार ने बिलखते हुए उनको फोन किया तो वे स्वयं पहुंचे तो यहां जमा तमाम लोग जो पिछले दो तीन दिन से चक्कर लगा रहे हैं उन्होंने शिकायत की और अब मैं सीएमओ साहब से और नोडल अधिकारी डिप्टी सीएमओ से पूछ रहा हूँ तो ये कह रहे कि जब सरकार और शाशन देगा तभी हम लोगों को दे पाएंगे।
सीएमओ अनूप डिमरी ने श्री धस्माना को बताया कि हमारे पास इंजैशन खत्म हो चुके दो दिन पहले और अब कब आएंगे हमें नहीं पता तो इस पर श्री धस्माना ने कहा कि तो हम यहीं बैठे हैं धरने पर तो सीएमओ ने जिलाधिकारी, डीजी हैल्थ व शाशन में अधिकारियों को फोन से धरने व घिराव की सूचना दी तो लगभग एक घण्टे बाद डीजी हैल्थ डॉक्टर तृप्ति बहुगुणा ने फोन कर श्री धस्माना से वार्ता की व उनको बताया कि ब्लैक फंगस के इस तरह से ज्यादा मामले आने की किसी को उम्मीद नहीं थी और इसमें लगने वाले जितने इंजैक्शन हमारे पास आये थे वे सब बंट चुके हैं और तीन सौ इंजैक्शन का आर्डर दिया जा चुका है जिसके आते ही मरीजों को तत्काल दे दिया जाएगा। उन्होंने श्री धस्माना से धरना समाप्त करने का आग्रह किया जिसपर श्री धस्माना ने उनसे कहा कि इलाज व इंजैक्शन आवंटन में पूरी तरह से पारदर्शिता हो इसके लिए वे सीएमओ व नोडल अधिकारी को निर्देशित करें जिस पर डीजी ने सीएमओ से कहा कि वे सूची तैयार करें और जिस क्रम में जो आये उसी क्रम में उसको इंजैक्शन आवंटित हो। इस आश्वासन के बाद श्री धस्माना व उनके साथ धरने पर बैठे युवा कांग्रेस के सोनू हसन, विनीत प्रसाद भट्ट व फारूक राव ने धरना समाप्त किया।