हर्षिता टाइम्स।
ऋषिकेश। जिलाधिकारी सोनिका एवं महानिदेशक सूचना/उपाध्यक्ष एमडीडीए बंशीधर तिवारी ने संयुक्त रूप से त्रिवेणी घाट का एवं त्रिवेणीघाट से नटराज चौक तक देहरादून रोड पर पैदल निरीक्षण कर जी-20 कार्यक्रम की तैयारियों का जायजा लिया। इस दौरान जिलाधिकारी ने गंगा सभा समिति के प्रतिनिधियों के साथ बैठक कर गंगा आरती के दौरान किये जाने वाले आयोजन/व्यवस्था के सम्बन्ध में विस्तार से चर्चा की गई।
जिलाधिकारी ने एमडीडीए के अधिकारियों को निर्देशित किया कि नटराज चौक से त्रिवेणीघाट देहरादून एवं रेलेवे रोड पर भवनों का रंगरोगन एवं साज-सज्जा के साथ दुकानों के होर्डिंग एवं भवन के रंगो में एकरूपता रहे। उन्होंने एमडीडीए को फसाड कार्य के साथ ही वॉल पेन्टिंग कार्य, उद्यानीकरण के कार्य करवाने के निर्देश दिए। उन्होंने नगर निगम को लाईटिंग, साफ-सफाई एवं नालियों की सफाई/मरम्मत कार्य, शोचालयों के निर्माण/मरम्मत आदि कार्येां के साथ ही नाली पर जाली लगाने तथा छज्जे हटाते के निर्देश दिए। उन्होंने नगर निगम, राजस्व एवं लोनिवि को सड़कों से अतिक्रमण हटाने को भी निर्देशित किया। उन्होंने त्रिवेणीघाट पर सिंचाई विभाग द्वारा करवाये जा रहे टाईलिंग के कार्यों के साथ ही टाइलों की सफाई तथा मरम्मत कार्य को समयबद्वता से करने को निर्देशित किया। उन्होंने यूपीसीएल के अधिकारियों को पोल शिफ्टिंग एवं झूलती हुई विद्युत तारों को व्यवस्थित करने के निर्देश दिए। लोनिवि को सड़क का डामरीकरण, डिवाईडर पर रंगरोगन के साथ ही समस्त विभागों के अधिकारियों को निर्देशित किया कि आपसी समन्वय से कार्य करते हुए तेजी से कार्यों को पूर्ण करें।
निरीक्षण के दौरान उपाध्यक्ष एमडीडीए बंशीधर तिवारी ने त्रिवेणीघाट पर निर्माण कार्यों एवं एमडीडीए द्वारा कराये जा रहे कार्यों देखते हुए निर्देशित किया कार्यों को निर्धारित समयावधि में पूर्ण करें। उन्होंने निरीक्षण के दौरान एमडीडीए के अधिकारियों को निर्देशित किया कि ऋषिकुण्ड व संगम स्थल की साफ-सफाई एवं मरम्मत के साथ ही रघुपति मन्दिर भवन पर रंगरोगन किया जाए, जिससे उसकी नैसर्गिक सुंदरता एवं भव्यता बनी रहे। उन्होंने आरती स्थल पर की जाने वाली साज-सज्जा एवं फसाड आदि कार्यों को तेजी से पूर्ण करने के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान सचिव एमडीडीए मोहन सिंह बर्निया, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व रामजीशरण शर्मा, उप जिलाधिकारी ऋषिकेश सौरभ असवाल, प्रभारी नगर आयुक्त तनवीर सिंह, तहसीलदार अमृता सिंह सहित यूपीसीएल, नगर निगम, सिंचाई, लो.नि.वि. के अधिकारियों सहित सम्बन्धित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।
‘विश्व ब्रेन ट्यूमर दिवस’ पर मैक्स ने किया जागरूक
हर्षिता टाइम्स।
देहरादून, 6 जून: ब्रेन ट्यूमर तेजी से युवा और बूढ़े समान रूप से प्रभावित कर रहे हैं। ये घातक और सौम्य हो सकते हैं। मैक्स अस्पताल की मैक्स इंस्टीट्यूट ऑफ न्यूरोसाइंसेज, देहरादून (MIND) के विशेषज्ञों ने ‘विश्व ब्रेन ट्यूमर दिवस’ पर जागरूकता पैदा करने के लिए मीडिया को संबोधित किया।
मीडिया को संबोधित करते हुए डॉ. (ब्रिगेडियर) एच.सी. पाठक, वीएसएम, डायरेक्टर- न्यूरोसर्जरी, (MIND), मैक्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल देहरादून ने कहा हमारे शरीर के सभी महत्वपूर्ण कार्य तंत्रिकाओं द्वारा नियंत्रित होती हैं जो घनिष्ठ रूप से जुड़ी होती हैं। खोपड़ी के अंदर ऊतकों की असामान्य वृद्धि से ‘ट्यूमर’ का निर्माण होता है जो कि सामान्य ऊतकों को नष्ट करने और उन पर दबाव का कारण बनता है। लगातार सिरदर्द सहित लक्षणों की शुरुआती पहचान फायदेमंद हो सकती है। डॉक्टरों का कहना है कि इससे इलाज के नतीजे और मरीजों की रिकवरी में काफी सुधार होता है।
डॉ. ए.एम.ठाकुर, प्रिंसिपल कंसल्टेंट, न्यूरोसर्जरी, (MIND) ने कहा, ये ट्यूमर घातक (कैंसर) या सौम्य (गैर-घातक) हो सकते हैं। घातक ब्रेन ट्यूमर, ज्यादातर, ब्रेन मैटर (आंतरिक) से उत्पन्न होते हैं और इसे केवल समय की परिवर्तनशील अवधि के लिए नियंत्रित किया जा सकता है जिसके लिए उपलब्ध उपचारों के विभिन्न तौर-तरीकों (सर्जरी के बाद रेडियोथेरेपी और कीमोथेरेपी) का उपयोग करके नियंत्रित किया जाता है। दूसरी ओर, सौम्य ट्यूमर, ज्यादातर मस्तिष्क (बाहरी) के आसपास की संरचनाओं से उत्पन्न होते हैं।
डॉ. संदीप सिंह तंवर, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट – ऑपरेशन्स एंड यूनिट हेड, मैक्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल देहरादून ने कहा कि, ‘ब्रेन ट्यूमर’ का अक्सर जागते समय ऑपरेशन किया जाता है ताकि मरीज सर्जन को यह पता लगाने में मदद मिल सके कि शरीर के अन्य अंग काम कर रहे है या मरीज बोलने में समर्थ है। डप्छक् में, हम रोगी की सुरक्षा को अधिकतम करने और यथासंभव कुल निष्कासन सुनिश्चित करने के लिए तीन तरीकों, न्यूरोनेविगेशन, इंट्राऑपरेटिव इलेक्ट्रोफिजियोलॉजी और जागृत क्रैनियोटॉमी का उपयोग उपचार करने के लिए करते हैं। उन्होंने यह भी बताया मैक्स देहरादून पूरे उत्तराखंड और पश्चिमी यूपी में एकमात्र अस्पताल है जिसमें इन उन्नत तकनीकों के साथ-साथ समर्पित न्यूरो-एनेस्थेटिस्ट की एक टीम और एक समर्पित 8 बेड न्यूरो आईसीयू है।
इस अवसर पर डॉ. (ब्रिगेडियर) एच.सी. पाठक, वीएसएम, डायरेक्टर- न्यूरोसर्जरी, (MIND), डॉ. आनंद मोहन ठाकुर, प्रिंसिपल कंसल्टेंट न्यूरोसर्जरी, (MIND), और डॉ संदीप सिंह तंवर, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट- ऑपरेशंस एंड यूनिट हेड मैक्स सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल देहरादून उपस्थित रहे।
शिक्षा विभाग और डीसी के बीच एमओयू पर हुए हस्ताक्षर
हर्षिता टाइम्स।
देहरादून। शिक्षा विभाग और डेवलपमेंट कंसोर्टियम ने उत्तराखंड में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और छात्रों के समग्र विकास को बढ़ावा देने के लिए समझौते पर हस्ताक्षर किए।
इस मौके पर डेवलपमेंट कंसोर्टियम (डीसी) ने इस एमओयू को राज्य के स्कूलों के हित के लिए एक नई पहल बताया।
इस एमओयू पर बंशीधर तिवारी, महानिदेशक स्कूल शिक्षा और अनामिका श्रीवास्तव, संस्थापक और सीईओ, डेवलपमेंट कंसोर्टियम द्वारा हस्ताक्षर किए गए।
इस मौके पर डीसी की सीईओ और संस्थापक अनामिका श्रीवास्तव ने बताया कि डेवलपमेंट कंसोर्टियम और स्कूल शिक्षा विभाग के बीच सहयोग का लक्ष्य है ,सभी छात्रों के लिए समावेशी और समान शिक्षा सुनिश्चित करने के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के साथ शैक्षिक कार्यक्रमों को संरेखित करना ।
एमओयू के तहत, डेवलपमेंट कंसोर्टियम उत्तराखंड सरकार के साथ मिलकर संस्थानों को मज़बूत बनाने, शिक्षा प्रणाली के लिए शिक्षकों को सक्षम बनाने और गुणवत्ता सामग्री की पहुंच को बढ़ाने के लिए डिजिटल टूल और प्लेटफॉर्म बनाने के लिए मिलकर काम करेगा। संगठन शिक्षकों के प्रशिक्षण और पेशेवर विकास को भी बढ़ावा देगा।
उन्होंने कहा कि हम शिक्षा प्रणाली में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए उत्तराखंड में स्कूल शिक्षा विभाग के साथ साझेदारी करने के लिए उत्साहित हैं। इस सहयोग के माध्यम से हमारा लक्ष्य शिक्षा के लिए ऐसा अनुकूल माहौल बनाना है, जो छात्रों के समग्र विकास का पोषण करें और उन्हें आवश्यक जीवन कौशल के साथ सक्षम बनाएं।
उत्तराखंड सरकार के साथ यह समझौता लागू कार्यक्रमों की प्रभावशीलता का आकलन, निगरानी और मूल्यांकन करने और सभी ज़रूरी प्रतिभागियों के साथ के साथ सर्वोत्तम नीतियों को साझा करने पर ध्यान केंद्रित करेगा।
डॉ० पसबोला प्रशिक्षण प्राप्त कर बने सर्टीफाइड रेकी हीलर
हर्षिता टाइम्स।
देहरादून: मंगलवार को डॉ० डी० सी० पसबोला को FRIENDS OF HAPPINESS FOUNDATION, New Delhi द्वारा प्रशिक्षण पूर्ण होने के पश्चात स्वाभास रेकी हीलर सर्टीफिकेट प्रदान किया गया। डॉ० पसबोला उत्तराखंड में आयुर्वेद विभाग में आयुर्वेदिक चिकित्सा अधिकारी के पद पर कार्यरत हैं एवं साथ ही माधवबाग सर्टीफाइड एनसीडी रिवर्सल एक्सपर्ट चिकित्सक भी हैं और योग एक्सपर्ट भी हैं।
डॉ० पसबोला ने रेकी चिकित्सा पद्धति के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि रेकी एक आध्यात्मिक अभ्यास पद्धति है जिसका विकास 1922 में मिकाओ उसुई ने किया था। यह तनाव और उपचार संबंधी एक जापानी विधि है, जो काफी कुछ योग जैसी है। मान्यता अनुसार रेकी का असली उदगम स्थल भारत है। सहस्रों वर्ष पूर्व भारत में स्पर्श चिकित्सा का ज्ञान था। अथर्ववेद में इसके प्रमाण पाए गए हैं। यह विद्या गुरु-शिष्य परंपरा के द्वारा मौखिक रूप में विद्यमान रही। लिखित में यह विद्या न होने से धीरे-धीरे इसका लोप होता चला गया। ढाई हजार वर्ष पहले बुद्ध ने ये विद्या अपने शिष्यों को सिखाई जिससे देशाटन के समय जंगलों में घूमते हुए उन्हें चिकित्सा सुविधा का अभाव न हो और वे अपना उपचार कर सकें। भगवान बुद्ध की ‘कमल सूत्र’ नामक किताब में इसका कुछ वर्णन है। यहाँ से यह भिक्षुओं के साथ तिब्बत और चीन होती हुई जापान तक पहुँची है। जापान में इसे पुनः खोजने का काम जापान के संत डॉक्टर मिकाओ उसुई ने अपने जीवनकाल 1869-1926 में किया था। इसकी विचारधारा अनुसार ऊर्जा जीवित प्राणियों से ही प्रवाहित होती है। रेकी के विशेषज्ञों का मानना है कि अदृश्य ऊर्जा को जीवन ऊर्जा या की कहा जाता है और यह जीवन की प्राण शक्ति होती है। विशेषज्ञ कहते हैं कि ” की ” हमारे आस-पास ही है और उसे मस्तिष्क द्वारा ग्रहण किया जा सकता है।
रेकी चिकित्सा प्रगति पर:
रेकी शब्द में रे का अर्थ है वैश्विक, अर्थात सर्वव्यापी है। विभिन्न लोगों द्वारा किये गये शोध के अनुसार यह निष्कर्ष निकला है कि इस विधि को आध्यात्मिक चेतन अवस्था या अलौकिक ज्ञान भी कहा जा सकता है। इसे सर्व ज्ञान भी कहा जाता है जिसके द्वारा सभी समस्याओं की जड़ में जाकर उनका उपचार खोजा जाता है। समग्र औषधि के तौर पर रेकी को बहुत पसंद किया जाता है। रेकी की मान्यता है कि जब तक कोई प्राणी जीवित है, ‘की’ उसके गिर्द बनी रहती है। जब ‘की’ उसे छोड़ जाती है, तब उस प्राणी की मृत्यु होती है। विचार, भाव और आध्यात्मिक जीवन भी ‘की’ के माध्यम से उपजते हैं। रेकी एक साधारण विधि है, लेकिन इसे पारंपरिक तौर पर नहीं सिखाया जा सकता। विद्यार्थी इसे रेकी मास्टर से ही सीखता है। इसे आध्यात्म आधारित अभ्यास के तौर पर जाना जाता है। चिन्ता, क्रोध, लोभ, उत्तेजना और तनाव शरीर के अंगों एवं नाड़ियो में हलचल पैदा करते देते हैं, जिससे रक्त धमनियों में कई प्रकार के विकार उत्पन्न हो जाते हैं। शारीरिक रोग इन्ही विकृतियों के परिणाम हैं। शारीरिक रोग मानसिक रोगों से प्रभावित होते है। रेकी बीमारी के कारण को जड़ मूल से नष्ट करती हैं, स्वास्थ्य स्तर को उठाती है, बीमारी के लक्षणों को दबाती नहीं हैं। रेकी के द्वारा मानसिक भावनाओं का संतुलन होता है और शारीरिक तनाव, बैचेनी व दर्द से छुटकारा मिलता जाता हैं। रेकी गठिया, दमा, कैंसर, रक्तचाप, पक्षाघात, अल्सर, एसिडिटी, पथरी, बवासीर, मधुमेह, अनिद्रा, मोटापा, गुर्दे के रोग, आंखों के रोग , स्त्री रोग, बाँझपन, शक्तिन्यूनता और पागलपन तक दूर करने में समर्थ है।
इसके द्वारा विशिष्ट आदर्शो के अधीन रहना होता है। संस्कृत शब्द प्राण इसी का पर्यायवाची है। चीन में इसे ची कहा जाता है। रेकी के विशेषज्ञ नकारात्मक ऊर्जा को समाप्त कर उसे सकारात्मक ऊर्जा में बदलने पर जोर देते हैं। उपचार करते समय रेकी विशेषज्ञ के हाथ गर्म हो जाते हैं। रेकी का इस्तेमाल मार्शल आर्ट़स विशेषज्ञ भी करते हैं। यह विद्या दो दिन के शिविर में सिखाई जाती है, जिसमें लगभग पंद्रह घंटे का समय होता है। इस शिविर में रेकी प्रशिक्षक द्वारा व्यक्ति को सुसंगतता (‘एट्यूनमेंट’ या ‘इनिसियेशन’ या ‘शक्तिपात’) प्रदान की जाती है। इससे व्यक्ति के शरीर में स्थित शक्ति केंद्र जिन्हें चक्र कहते है, पूरी तरह गतिमान हो जाते हैं, जिससे उनमें ‘जीवन शक्ति’ का संचार होने लगता है।
स्पा सेन्टर में अनैतिक देह व्यापार का खुलासा, 13 युवतियां हिरासत में
- राज्य महिला आयोग ने एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग टीम समेत पुलिस की टीम के साथ कि छापेमारी
हर्षिता टाइम्स।
देहरादून। उत्तराखंड राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष को गुप्त सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक राज्य महिला आयोग ने एंटी ह्यूमन ट्रैफिकिंग यूनिट और पुलिस की टीम के साथ पटेल नगर क्षेत्र में स्थित स्पा सेंटरों में छापेमारी करते हुए सेक्स रैकेट का खुलासा किया है।
महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कण्डवाल के सम्पर्क में ह्यूमेन राइट काउंसिल एनजीओ के पदाधिकारियों द्वारा जानकारी से पता लगा की पटेलनगर के स्पा सेंटर में अनैतिक देह व्यापार के चलने की संभावना है। जानकारी मिलते ही महिला आयोग की अध्यक्ष ने छापेमारी के लिए टीम को सूचना दी और मौके पर निरीक्षण के लिए साथ गईं। जिसमे की बॉडी रिलेक्स स्पा, मैजिक टच स्पा व पीसफुल स्पा सेंटरों में मसाज देने के नाम पर देह व्यापार का रैकेट चल रहा था । जिसका खुलासा आज महिला आयोग की अध्यक्ष के साथ आयी टीम द्वारा किया गया है।
वहीं मौके इन स्पा सेंटरों में से 13 लड़कियों को हिरासत में लिया गया है। जो कि भिन्न भिन्न शहरों से है जिनमे 2 लड़कियों के नाबालिग होने की संभावना है। हिरासत में ली गयी लड़कियों से पूछताछ की जा रही है कि आखिर वह कहां से आई हैं और उन्हें किसने बुलाया है।
जानकारी मिली है की गिरफ्तार की हुई 13 लड़कियों में से 1 नेपाल, से 1 सिक्किम से, 1 सिलीगुड़ी, 2 टिहरी से 1 अल्मोड़ा से 1 हरिद्वार व 1 देहरादून से है। इन लड़कियों के पास स्पा या फिजियोथेरेपी का कोई भी प्रशिक्षण या प्रमाणपत्र नही पाया गया है। एक स्पा सेंटर में से अनैतिक वस्तुंए भी पाई गई है जिन्हें पुलिस द्वारा जब्त कर लिया गया है। फिलहाल लड़कियां पुलिस की हिरासत में है और उनसे पूछताछ की जा रही है।
निरीक्षण टीम ने स्पा सेंटर में मौजूद दस्तावेजों व वहां से बरामद हुए समान को भी जब्त किया गया है। जानकारी मिली है की इनमें से 2 स्पा सेन्टरों का मालिक एक ही है और वो बाहर के निवासी है। जिनकी तलाश अब पुलिस कर रही है। जिसके बाद बड़ी कार्रवाई हो सकती है।
इस मौके पर राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा कि यदि देवभूमि में इस प्रकार के कार्यों से गंदगी का माहौल बनाया गया तो इसके किसी भी अपराधी को बख्शा नही जाएगा। अपराधी चाहे कोई भी हो स्पा सेन्टरों के मालिक या वहां नौकरी करने वाले कर्मचारी या उनके साथ अनैतिक देह व्यापार करने वाली युवतियां सभी के विरुद्ध वैधानिक कार्यवाही की जायेगी।
इस पर महिला आयोग की अध्यक्ष ने कहा है कि पहाड़ से जो भी बेटियां शहरों में पढ़ने आ रही है उनके माता पिता की जिम्मेदारी है कि वो लगातार अपने बच्चों की निगरानी करें मोनिटरिंग करे कि कही हमारे बच्चे जल्द पैसा कमाने के लिए किसी गलत राह पर तो नही आ रहे है या उनकी संगति कही किसी गलत के साथ तो नही लग गयी है।
इस मौके पर राज्य महिला आयोग की सदस्य सचिव कामिनी गुप्ता, आयोग की उप निरीक्षक संगीता नौटियाल, ह्यूमैन राइट काउंसिल संस्था के अध्यक्ष राजेन्द्र व उनकी टीम, पटेल नगर चौकी की पुलिस व पटेल नगर थाने की एंटी ह्यूमैन ट्रैफिकिंग यूनिट की पूरी टीम उपस्थित रही।
1425 अभ्यर्थियों को उत्तराखण्ड पुलिस में मिली नियुक्ति
हर्षिता टाइम्स।
देहरादून, 6 जून। पुलिस लाईन, देहरादून में नियुक्ति पत्र वितरण कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 55 अभ्यर्थियों को नियुक्ति पत्र प्रदान किये। आरक्षी जनपद पुलिस, आरक्षी पी.ए.सी/आई.आर.बी तथा फायरमैन में चयनित कुल सभी 1425 अभ्यर्थियों को आज नियुक्ति पत्र प्रदान किये गये। मुख्यमंत्री ने कहा पुलिस आरक्षी के जो 1550 शेष रिक्त पद हैं, उन पर नई भर्ती प्रक्रिया शीघ्र प्रारम्भ की जायेगी।
मुख्यमंत्री धामी ने नियुक्ति पत्र प्राप्त करने वाले सभी अभ्यर्थियों एवं उनके माता-पिता को शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि आज राज्य के जनपदों एवं पीएसी वाहिनियों में पुलिस विभाग के विभिन्न संवर्गों में पुलिस आरक्षी के रूप में हमारे ऊर्जा से भरे नवयुवक एवं नवयुवतियां पुलिस का अभिन्न अंग बनने जा रहे हैं। पुलिस आरक्षी पुलिस फोर्स की प्राथमिक इकाई है, जो विभाग में नींव की तरह कार्य करते हैं एवं विभिन्न थाने चौकियों एवं चौराहों पर पुलिस का मुख्य चेहरा बनकर तैनात रहते हैं। उन्होंने आशा व्यक्त की कि हमारे ये पुलिस आरक्षी कड़ी मेहनत, लगन एवं ईमानदारी के साथ अपने कर्तव्यों का पालन करेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस व्यवस्था किसी भी राज्य की सुरक्षा एवं समृद्धि का एक आवश्यक अंग है। उत्तराखंड पुलिस हमेशा से अपने कार्य के प्रति समर्पित रही है, कोरोनाकाल हो या फिर प्राकृतिक आपदा, हर विपरीत परिस्थितियों में हमारी पुलिस फोर्स ने बेहतरीन कार्य किया है।
अपर मुख्य सचिव राधा रतूड़ी ने उत्तराखण्ड पुलिस में भर्ती होने वाले सभी अभ्यर्थियों को बधाई देते हुए कहा कि अब हमारे इन युवाओं को जन सेवा करने का सुनहरा अवसर मिल रहा है।
पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार ने कहा आज उत्तराखण्ड पुलिस को 1425 नये जवान मिल गये हैं। 2016 के बाद लगभग सात साल बाद उत्तराखण्ड पुलिस को नये आरक्षी मिले हैं। उन्होंने कहा कि इनकी प्रशिक्षण की शुरूआत भी आज से ही की जायेगी। इन सभी आरक्षी को सामान्य प्रशिक्षण के साथ ही तकनीक आधारित प्रशिक्षण भी दिया जायेगा।
इस अवसर पर मेयर सुनील उनियाल गामा, विधायक विनोद चमोली, अपर पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार एवं पुलिस के वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
बिग बेक्रिंग: देहरादून में अतीक अहमद का घर किया ध्वस्त
हर्षिता टाइम्स।
देहरादून। कोतवाली नगर में दर्ज मु0अ0सं0- 568/22 अंतर्गत गैंगस्टर एक्ट में दौराने तफ़्तीश विवेचक/प्रभारी निरिक्षक बसंत विहार द्वारा गैंग के मुखिया अतीक अहमद निवासी मेहुवाला के विरुद्ध अंतर्गत धारा 14(1) गैंगस्टर एक्ट के तहत उसके द्वारा ग्राम तूंतोवाला मेहूवाला स्थित अवैध तरीके से अर्जित आवास को ध्वस्त करवाया गया।
इसके अतिरिक्त उसके एसयूवी-500 वाहन के विरुद्ध भी प्रचलित है कार्यवाही।
अतीक अहमद व उसके गैंग के अन्य सदस्यों की अन्य संपत्तियां भी हैं देहरादून पुलिस के रडार पर उन पर भी होगी जल्द कार्यवाही।
जंगलों व वाहनों में शराब पीने वालों लोगों पर कार्रवाई
हर्षिता टाइम्स।
जौलीग्रांट। रानीपोखरी पुलिस द्वारा ऑपरेशन मर्यादा के तहत नदी, नालों, जंगल, वाहनों मैदान व स्टेडियम नागाघेर में बैठकर शराब, हुक्का आदि पीने व हुड़दंग करने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर धारा- 81 पुलिस एक्ट में 22 व्यक्तियों के चालान से ₹6750 , कोटप्पा (सार्वजनिक स्थान पर धूम्रपान करना) के अंतर्गत 05 व्यक्तियों के चालान से ₹ 1000 संयोजन शुल्क वह यातायात के नियमों का उल्लंघन करने पर 09 वाहनों का एमवी एक्ट में चालान किया गया। थानाध्यक्ष प्रदीप नेगी ने कहा कि यह कार्रवाई आगे भी जारी रहेगी।
CM ने चम्पावत को दी 50 करोड़ की योजनाओं की सौगात
हर्षिता टाइम्स।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने चम्पावत विधायक के तौर पर एक साल का कार्यकाल पूरा होने पर चम्पावत वासियों को 50.54 करोड़ की 42 विभिन्न विकास योजनाओं की सौगात दी। इस दौरान जनता से संवाद करते हुए मख्यमंत्री ने कहा कि चम्पावत व प्रदेश के विकास के लिए सरकार प्रतिबद्ध है। आदर्श चम्पावत की राह आदर्श उत्तराखंड की तरफ जाएगी। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने चम्पावत के विकास के लिए 14 लोक महत्व की महत्वपूर्ण घोषणाएं भी की।
मुख्यमंत्री ने जिन विकास योजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास किया उनमें जनपद चम्पावत विधानसभा हेतु 9 करोड़ 82 लाख 89 हजार की तीन विकास योजनाओं का लोकार्पण तथा 23 करोड़ 45 लाख 29 हजार की 28 विकास योजनाओं का शिलान्यास शामिल है। इसमें लोहाघाट विधानसभा की 16.81 करोड़ की 10 योजनाओं का शिलान्यास तथा 45 लाख लागत की एक विकास योजना का लोकार्पण भी शामिल है।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने सरकार द्वारा चलाई जा रही जनकल्याणकारी योजनाओं से सम्बंधित विभागों के स्टॉलों का निरीक्षण कर सभी स्टालों पर उपस्थित उद्यमियों, अग्रणी व प्रगतिशील किसानों, स्वयं सहायता समूह आदि का उत्साहवर्धन कर सराहना की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि जनपद चम्पावत हेतु लोक निर्माण विभाग, पेयजल विभाग, सिंचाई विभाग सहित विभिन्न विभागों की जिन लोकार्पण व शिलान्यास किया गया है इन सभी योजनाओं के पूर्ण होने के बाद चंपावत में एक नए युग का सूत्रपात होगा।
उन्होंने कहा कि जनपद में लोगों की आजीविका बढाये जाने हेतु दुग्ध उत्पादन, मधु उत्पादन, कृषि, बागवानी, सुगन्धित पौधों और फूलों की खेती, स्थानीय मसालों की खेती,मार्केटिंग और होम स्टे निर्माण आदि को बढ़ावा दिया जा रहा है। चम्पावत को शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी जनपद बनाये जाने के लिए सोबन सिंह जीना विश्वविद्यालय अल्मोड़ा का चम्पावत में कैंपस भी बनाया जा रहा है। जिले के सभी विद्यालय भवनों का जीर्णाेद्धार, सौंदर्यीकरण सहित उनमें आवश्यक सुविधायें उपलब्ध करायी जा रही हैं।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर उड़ीसा के बालासोर में हुई भीषण रेल दुर्घटना में मृतकों के प्रति शोक संवेदना प्रकट करते हुए उनकी आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन भी रखा। मुख्यमंत्री के निर्देश पर इस अवसर पर आयोजित होने वाले सभी सांस्कृतिक कार्यक्रम और रोड शो को निरस्त कर दिया गया।
इस अवसर पर विभिन्न जन प्रतिनिधि, अधिकारीगण एवं बड़ी संख्या में क्षेत्रीय जनता उपस्थित थी।
लक्सर के बहुचर्चित चौहरे हत्याकांड में फरार दो आरोपियों को STF ने किया गिरफ्तार
हर्षिता टाइम्स।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ आयुष अग्रवाल द्वारा अपनी सटीक योजना के तहत ईनामी अपराधियों के खिलाफ चलायी जा रही मुहिम में आज एसटीएफ टीम द्वारा हरिद्वार के लक्सर थाने में घटित चौहरे हत्याकाण्ड में शामिल दो कुख्यात हत्यारों को देवबन्द, उत्तर प्रदेश में जाकर दबोच लिया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक एसटीएफ द्वारा बताया गया कि दिनाकः 01 जून, 2023 को एसटीएफ टीम को सूचना प्राप्त हुई की थाना लक्सर क्षेत्र 06 मई 2021 को खेड़ी खुर्द लक्सर में घटित चौहरे हत्याकांड में शामिल 50000-50000 के इनामी वांछित बापदृबेटे अभियुक्त अख़लाक पुत्र फेज अली निवासी खेड़ी खुर्द लक्सर एवं शाहरुख़ पुत्र अकलाख निवासी खेड़ी खुर्द लक्सर जो कि पिछले कई समय से वांछित चल रहे थे और जो सहारनपुर के देवबंद क्षेत्र मे छिपे हुयेे है। इस सूचना पर एसटीएफ की एक टीम द्वारा दिनांक 01 जून, 2023 को समय 21ः10 बजे मुखबिर की सूचना एवं टेक्निकल सर्विलांस के सहयोग से देवबन्द, सहारनपुर में दबिश देकर उक्त दोनो अपराधियों को गिरप्तार कर कल देर रात को थाना लक्सर में दाखिल कराकर जेल भेज दिया
अपराधिक इतिहास
अभियुक्तगणो द्वारा अपने साथियों के साथ मिलकर दिनांक 21 मई 2021 को खेड़ी खुर्द में 4 लोगो निर्मम हत्या की थी जिसमे जहीर हसन ,मोहमद कैफ ,सहजन आलम ,हुसैन अहमद निवासी खेड़ी खुर्द की हत्या कारित की गई थी
एक साथ चार लोगो की हत्या करने के बाद अभियुक्त फरार हो गए थे जिस संबंध में कोतवाली लक्सर में मुकदमा अपराध संख्या 422/21 धारा 302,147,148,149,307 504,506 पचब आईपीसी पंजीकृत किया गया था।पुलिस द्वारा विवेचना करते हुए हत्याकाण्ड को अंजाम देने वाले कई अभियुक्तगणो को गिरफ्तार किया गया था लेकिन कुछ अभियुक्त गण अभी भी पुलिस की पकड़ मे नहीं आ रहे थे, जिनके विरुद्ध कुर्की की कार्यवाही करते हुए आरोप पत्र प्रेषित कर दिया गया था। इस हत्याकांड में फरार 4 हत्यारों को अब तक एसटीएफ द्वारा गिरफ़्तार किया गया है।उक्त मुकदमे में कुल 14 अभियुक्त वर्तमान में जिला कारागार में हैं अभियक्तगण इखलाख और शाहरुख़ पिता पुत्र है एवं घटना के बाद ही लगातार फरारी काट रहै थे एवं वर्तमान मे देवबंद मे रह रहे थे ।
एसटीएफ टीम द्वारा उपरोक्त मुकदमे में ही पूर्व में भी इनामी अभियुक्त तालिब एवं याद हुसैन को गिरफ्तार किया गया था जो इस समय जिला कारागार हरिद्वार में बंद है।
वाहनों का फर्जी इंश्योरेंस करने वाले अभियुक्त को किया डालनवाला पुलिस ने गिरफ्तार
हर्षिता टाइम्स।
देहरादून। मनमोहन सचदेवा पुत्र स्वर्गीय प्रेम प्रकाश सचदेवा निवासी 29 प्रीतम रोड डालनवाला देहरादून हाल पता एडवाइजर यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी देहरादून द्वारा एक लिखित तहरीर बाबत रोहित कुमार पुत्र मोहन सिंह निवासी ई 53 शिवलोक कॉलोनी रायपुर देहरादून द्वारा यूनाइटेड इंडिया इंश्योरेंस कंपनी में इंश्योरेंस का काम करते हुए विभिन्न वाहनों का फर्जी इंश्योरेंस बनाकर ग्राहकों को दिए जाने के संबंध में लाकर दाखिल की। दाखिला तहरीर के आधार पर थाना डालनवाला पर दिनांक 23/7/2022 को मुकदमा अपराध संख्या 188/22 धारा 420/406 आईपीसी बनाम रोहित कुमार पंजीकृत किया गया। दौरान विवेचना मुकदमा उपरोक्त में धारा 468/471 आईपीसी के साक्ष्य पाए जाने पर मुकदमा उपरोक्त में विवेचक द्वारा धारा 468/471 आईपीसी की बढ़ोतरी की गई। अभियुक्त रोहित कुमार जो कि अभियोग पंजीकृत होने के बाद से लगातार फरार चल रहा था तथा अपने ठिकाने लगातार बदल रहा था। अभियुक्त के न मिलने पर विवेचक द्वारा न्यायालय से अभियुक्त का गैर जमानती वारंट प्राप्त किया गया तथा 31 मई, 2023 को डालनवाला पुलिस टीम द्वारा कुशल सुरागरसी पतारसी करते हुए अभियुक्त रोहित कुमार पुत्र मोहन सिंह निवासी ई 53 शिवलोक कॉलोनी थाना रायपुर देहरादून उम्र 34 वर्ष को शिवलोक कॉलोनी थाना रायपुर देहरादून से गिरफ्तार किया गया तथा अभियुक्त को को आज माननीय न्यायालय के समक्ष अंतर्गत धारा 420/406/468/471 आईपीसी के तहत पेश कर जिला कारागार सुद्धोवाला में निरुद्ध किया गया।
भारत के 11 शूटरों ने 23 मेडल जीते, 5 शूटर देहरादून के
हर्षिता टाइम्स।
देहरादून। भारत के 11 शूटरों ने मई 2023 में जर्मनी के हनोवर में आयोजित प्रतिष्ठित अंतरराष्ट्रीय शूटिंग प्रतियोगिता में हिस्सा लिया और भारत के लिए 23 मेडल जीते। इस चौम्पियनशिप में 5 देहरादून के शूटर भी शामिल थे जिन्होंने 13 मेडल जीते (3 सोने, 8 चांदी, 2 कांस्य) थे। इस टीम का मार्गदर्शन अंतरराष्ट्रीय कोच और मेंटर, और देहरादून के प्रमुख शूटिंग अकादमी, डून इंस्टीट्यूट ऑफ शूटिंग एंड स्पोर्ट्स के मुख्य कोच मयंक मारवाह ने किया था। मयंक मारवाह 22 सालों से अधिक की अवधि से प्रशिक्षक और कोच रह चुके हैं और शूटिंग स्पोर्ट्स में देश को सफल खिलाड़ियों को प्रशिक्षित और दिया है। देहरादून, उत्तराखंड के मेडल विजेता में मयंक मारवाह, दमियान गर्ग (द डून स्कूल के छात्र), रोहित कुमार प्रजापति, वेदांश चौधरी, दोर्जी फूंटसोक शामिल थे।
द डून स्कूल के दमियान गर्ग ने सबसे अधिक 6 मेडल जीते (2 सोने, 3 चांदी और 1 कांस्य)। टीम ने 25 मीटर सेंटर फायर, रैपिड फायर, स्टैंडर्ड पिस्टल और 50 मीटर्स फ्री पिस्टल के इवेंट में हिस्सा लिया। यह भारतीय दल के बीच इस प्रतियोगिता में सबसे अधिक मेडल जीतने वाली हौल थी जिसमें कुल 16 देश और क्लब दुनिया भर से भाग ले रहे थे।
1 जून से 12 जून तक वर्चुअल माध्यम से समर कैंप, छात्र छात्राओं को मिलेगा लाभ
हर्षिता टाइम्स।
देहरादून, 01 जून। राज्य परियोजना निदेशक, समग्र शिक्षा उत्तराखण्ड एवं महानिदेशक, विद्यालयी शिक्षा उत्तराखण्ड के निर्देशों के अनुपालन में दिनांक 01 जून 2023 से 12 जून 2023 तक वर्चुअल माध्यम से समर कैम्प का आयोजन किया जायेगा। तदुपरान्त आज दिनांक 01 जून 2023 को वर्चुअल समर कैम्प का उद्घाटन उत्तराखण्ड के मशहूर लोक गायक मंगलेश डंगवाल द्वारा किया गया। मंगलेश डंगवाल ने वर्चुअल माध्यम से उत्तराखण्ड के विभिन्न स्टूडियो में उपस्थित छात्र-छात्राओं एवं अध्यापकों से संवाद किया। उन्होंने बताया कि उत्तराखण्ड में बच्चों के अन्दर अपार प्रतिभायें निहित हैं। सही समय व सही दिशा निर्देशन में इन प्रतिभाओं को निखारा जा सकता है। समर कैम्प का मुख्य उद्देश्य बच्चों के अन्दर छिपी हुयी प्रतिभा को उजागर करना है। उन्होंने बच्चों को लोक गायन की तकनीकी से अवगत कराया साथ ही अपने विभिन्न सुप्रसिद्ध लोक गानों को गाया गया, जिनमें माया बांद, सुरमा सरैला, सिल्की बांद आदि गाने बच्चों की फरमाईश पर सुनाये।
द्वितीय सत्र में प्रसिद्ध भरतनाट्यम नृत्यांगना सोनल वर्मा अध्यक्ष, हिल फाउण्डेशन गु्रप ऑफ एजुकेशन द्वारा बच्चों को भरतनाट्यम के विधा की तकनीकी सिखायी गयी। साथ ही उन्हांेने भरतनाट्यम पर खुद भी प्रदर्शन कर बच्चों को दिखाया। बच्चे यह देखकर काफी प्रसन्नचित एवं प्रफुल्लित महसूस कर रहे थे। साथ ही बच्चों ने भी साथ-साथ नृत्य कर अपना हुनर दिखाया।
राज्य परियोजना निदेशक बंशीधर तिवारी द्वारा अवगत कराया गया कि विगत वर्ष से हमने वर्चुअल समर कैम्प की शुरूआत की और विगत वर्ष में बच्चों के उत्साह व उनके द्वारा दिये गये फीडबैक के आधार पर हमने निर्णय लिया कि हर वर्ष वर्चुअल मोड से समर कैम्प का आयोजन किया जायेगा। समर कैम्प में विभिन्न प्रकार की गतिविधियां आयोजित की जाती हैं, जिनसे बच्चों की छुपी हुई प्रतिभा को निखारने का अवसर प्राप्त होता है एवं बच्चे अपने आप मंे आनन्दमयी वातावरण तैयार कर प्रसन्नचित महसूस करते हैं। उन्होंने अवगत कराया कि इस 10 दिवसीय समर कैम्प में लोकगीत, लोकनृत्य, गायन, वादन, क्लासिकल नृत्य, योगा, आर्ट एण्ड क्राफ्ट, ब्यूटी एण्ड वैलनैस, जुम्बा, पेन्टिंग, पाक कला, कैरियर काउन्सिलिंग, आयुर्वेदा, आनन्दम पाठ्यचर्या आदि विभिन्न प्रकार के पाठ्य सहगामी क्रियाकलापों पर बच्चों को मार्गदर्शन दिया जायेगा ताकि वे आगे चलकर अच्छा प्रदर्शन कर सकें। यह कार्यक्रम राज्य के 435 राजकीय विद्यालयों में स्थित वर्चुअल स्टूडियो के माध्यम से दिखाया गया, जिसमें लगभग 8000 बच्चों एवं लगभग 1000 अध्यापकों द्वारा प्रतिभाग किया गया। महानिदेशक, विद्यालयी शिक्षा द्वारा निर्देशित किया गया कि यह कार्यक्रम शत प्रतिशत सभी 500 वर्चुअल स्टूडियो स्थित विद्यालयों में अनिवार्य रूप से आयोजित किया जाना है।
कार्यक्रम मंे अपर राज्य परियोजना निदेशक, समग्र शिक्षा डॉ0 मुकुल कुमार सती, उप राज्य परियोजना निदेशक आकाश सारस्वत, स्टॉफ आफिसर बी0पी0 मैन्दोली, उप राज्य परियोजना निदेशक एम0एम0 जोशी एवं समन्वयक हरीश नेगी उपस्थित थे। कार्यक्रम का सफल संचालन बी0पी0 मैन्दोली, स्टॉफ आफिसर द्वारा किया गया।