ऋषिकेश। दिल्ली में प्रसिद्ध लेखक और समाजधर्मी अविनाश राय खन्ना द्वारा लिखित पुस्तक ‘सामाजिक चिंतन’ का विमोचन परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती भारत के कानून और न्याय मंत्री किरेन रिजिजू और अध्यक्ष राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग, सरदार इकबाल सिंह लालपुरा ने किया।
अविनाश राय खन्ना राजनीति में सक्रिय रहते हुये सामाजिक विषयों पर लिखते रहे हैं। सांसद रहते हुये उन्होंने सामाजिक विषयों को संसद में भी उठाया। उनकी लेखनी के मूल में ही समाज-चिंतन समाहित है। समाज में व्याप्त रोजमर्रा की समस्याओं के साथ ज्वंलत समस्याओं को वे अपनी लेखनी से उजागर करते हैं तथा उन समस्याओं का समाधान भी प्रस्तुत करते है।
परमार्थ निकेतन के अध्यक्ष स्वामी चिदानन्द सरस्वती ने कहा कि अविनाश राय खन्ना की पुस्तक ‘सामाजिक चिंतन’ राष्ट्र-निर्माण में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभायेगी और विशेष तौर पर युवाओं के लिये प्रेरणादायी साबित होगी। वर्तमान समय में युवा पीढ़ी को सामाजिक समस्याओं के प्रति जागरूक करने के साथ ही सामाजिक दायित्वों के प्रति उनकी जवाबदेही तय करना भी बहुत जरूरी है। श्रेष्ठ साहित्य लोकचेतना को जाग्रत करने का सबसे बेहतर माध्यम है। साहित्य के माध्यम से ही सामाजिक वर्जनाओं को दूर कर श्रेष्ठ चेतना जाग्रत की जा सकती है। सामाजिक चितंन पुस्तक वर्तमान समस्याओं के समाधान का एक बेहतर माध्यम सिद्ध होगी।
इस अवसर पर योगाचार्य विमल बधावन और आचार्य दीपक शर्मा उपस्थित थे।