All India Central School Teachers Association
देहरादून। अखिल भारतीय केंद्रीय विद्यालय शिक्षक संघ देहरादून संभाग के द्विवार्षिक अधिवेशन में आज 15 शिक्षकों को शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिये देव भूमि शिक्षक रत्न सम्मान से संमानित किया गया। समारोह से पूर्व कोरोना में दिवंगत हुए केंद्रीय विद्यालय के शिक्षक एवं स्टाफ को श्रंद्धाजलि दी गई !
केंद्रीय विद्यालय हाथीबड़कला सभागार में आयोजित समारोह का उद्धघाटन मुख्य अथिति राज्यसभा सांसद नरेश बंसल द्वारा किया गया, उन्होंने शिक्षकों को एआईकेवीटीए द्वारा समान्नित करने पर गर्व व्यक्त करते हुए कहा लोकतांत्रिक व्यवस्था में यूनियन सरकार तक कर्मचारियों की आवाज पहुंचा कर अन्य सुविधाओं के लिये अपना प्रस्ताव प्रस्तुत करते है।
उन्होंने कहा केंद्रीय विद्यालय देश की सबसे सर्वश्रेष्ठ शिक्षा संस्थानों की श्रृंखलाओं में है, इसलिये इसमें कार्यरत शिक्षकों पर देश गर्व करता है।
उन्होंने केंद्रीय विद्यालय के समस्त शिक्षकों को कैश लैस भारतीय सरकार स्वास्थ्य योजना का मुद्दा समाधान ना होने पर इसे राज्य सभा में उठाने का आश्वासन दिया और सम्मेलन में उठाये गये शिक्षकों की विभिन्न समस्याओं के सम्बन्ध में उन्होंने केंद्रीय मंत्री से वार्तालाप के लिये शिष्टमण्डल को आमंत्रित किया है।
सम्मानित होने वाले शिक्षकों में रुड़की से घनश्याम बादल, पिथौरागढ़ से अशोक ओझा, अल्मोड़ा से बी राम, अपरकैम्प से प्रदीप कुमार सिंह, बीरपुर से देवेंद्र सिंह, आईएमए से कविता जिन्दे एवं जयकुँवर, एफआरआई से विराज यादव, एचबीके 2 से संजय कोठियाल , ओएनजीसी से अरविन्द कुमार, आई आई पी से अर्चना कुमार, ओएलएफ से पारितोष बहुगुणा, नई टिहरी से संजय शर्मा, गोपेश्वर से गजेंद्र सिंह, रायवाला से संजीव उपाध्याय को शिक्षा सामाजिक खेल एवं सांस्कृतिक क्षेत्र में सराहनीय योगदान के लिये देव भूमि शिक्षक रत्न सम्मान 2024 से नवाजा गया, इसके अतिरिक्त दिल्ली से आये पर्यवेक्षक महासचिव नारायण लाल को शिक्षकों के लिये संघर्ष करने पर सेवानिवृत्त से पूर्व शिक्षक रत्न सम्मान दिया गया।
इस अवसर पर विशिष्ट अतिथि, देहरादून संभाग से प्राचार्य बसंती खम्पा, केंद्रीय पर्यवेक्षक नारायण लाल, चुनाव अधिकारी संजय गुसाईं, राष्ट्रीय सह कोषाध्यक्ष अभय श्रीवास्तव, एडवोकेट ए एस कपूर, डी एम लखेड़ा, नबील अहमद डी पी थपलियाल राजेन्द्र भंडारी पीयूष निगम, अनूप चौधरी, राजेश कुकरेती, वीरेन्द्र भंडारी, गजेंद्र सिंह, रविश काला, उदय चौधरी सहित कई स्कूलों के प्रतिनिधि उपस्थिति थे।
सम्मान समारोह के बाद नई कार्यकारिणी के गठन की प्रक्रिया देर रात तक जारी रही।