उत्तराखंड

उत्तराखंड में नवनिर्मित मातृभूमि सेवा पार्टी ने शहीदों को नमन करते हुए निकाला जूलूस

Written by admin

देहरादून। उत्तराखंड में नवनिर्मित मातृभूमि सेवा पार्टी के कार्यकर्ताओं ने शहीद स्थल पर शहीदों को नमन करते हुए जूलूस निकाला। रास्ते में कार्यकर्ताओं ने फूल मालाओं से स्वागत किया। प्रेस क्लब में आयोजित सम्मेलन में उत्तराखंड लोकतांत्रिक मोर्चा के संरक्षक पूर्व आईएएस एसएस पांगती और संयोजक पीसी थपलियाल को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया। उन्होंने कहा कि 26 सितंबर राजनीति की तारिख में एक बदलाव के रूप में गिनी जाएगी।


पार्टी अध्यक्ष सुधीर नेगी ने शहीद स्मारक पर उत्तरखंड के शहीदों को कचहरी स्थित शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित कर रैली निकाली जो शहीद स्मारक से प्रेस क्लब तक जूलूस के रूप में आयी। मातृभूमि सेवा पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने मीडिया के समक्ष अपने पार्टी का उद्देश्य रखें। उन्होंने कहा कि मातृभूमि सेवा पार्टी एक नाम, एक पार्टी नहीं बल्कि आम जनता की एक मुहीम है। जो उत्तराखंड की आम जनता द्वारा शुरू की गयी है। मातृभूमि सेवा पार्टी बदलाव का एक मूवमेंट है जो प्रदेश का हर नागरिक लाना चाहता है। मातृभूमि सेवा पार्टी वो आवाज बनेगी, जो विधानसभा मैं बैठे नेताआंे तक पहुंचायगी और उत्तराखंड में तरक्की और खुशाली लाएगी। उन्होंने कहा कि हम कोई पॉलिटिशियन नहीं है और न ही हम सत्ता लोभी है, हम तो आप जैसे ही आम पहाड़ी है, जो कभी रोजगार के चक्कर में, विकास की आस लिए सरकार से गुहार करते रहे, अगर पिछले 20 सालों में हमारी चुनी हुई सरकारें पहाड़ के लिए 10 भी काम करती तो हमें ये पार्टी बनाने की जरूरत भी नहीं होती, पर अफ़सोस उत्तराखंड बनने के बाद से अब तक सरकारें केवल पहाड़ को लूटने के लिए बनी है, सत्ता में बैठे रहना ही इनका मकसद है, आम जनता से तो ये कोसों दूर है।
उन्होंने कहा कि मातृभूमि सेवा पार्टी का उद्देश्य पहाड़ में बदलाव लाना। आम जनता में ये चेतना जगाना चाहते है की वो उठे और सवाल करें की हमने क्यों आपको अपना नेता चुना और आपने पिछले 20 साल में क्या किया। हम चाहते है लोग अपने वोट की ताकत पहचानें और बदलाव की मांग करे। हमारी पार्टी के पांच अहम मुद्दे है जिसको लेके हमने ये मुहीम शुरू की है।
भू कानून
रोजगार
उच्च शिक्षा
सवास्थ
स्थाई राजधानी – गैरसैण
अंत में पार्टी अध्यक्ष ने उत्तराखंड के सभी लोगो से आह्वाहन किया की मातृभूमि सेवा पार्टी के बदलाव मुहीम का हिस्सा बनें न कि उत्तराखंड में बदलाव की राजनीती की शुरुवात करें, आओ हम सुब मिलके एक सुनहरे भविष्य की नीव रखें।
इस मौके पर एसएस पांगती ने कहा कि मोर्चा का उद्देश्य है कि आगामी चुनाव में सभी क्षेत्रीय संगठनों को एकजुट कर मिलकर चुनाव लड़ा जाए। ताकी सांप्रदायिक ताकतों को कड़ी टक्कर दी जा सके। उन्होंने कहा कि स्वराज की परिकल्पना ही जन जन को अपने संसाधनों पर अधिकार दिला सकती है। इसलिए संविधान के 73वें और 74वें संसोधन को लागू करने की मांग को समझते हुए गांव गांव में एक जनांदोलन करना होगा। उन्होंने राज्य को विश्व की आध्यात्मिक राजधानी बनाने का प्रारूप भी नव गठित पार्टी के आगे रखा।
इस मौके पर मोर्चा के सयोंजक पीसी थपलियाल ने कहा कि मोर्चा नव गठित पार्टी का स्वागत करता है। स्थानीय ज्वलंत बिंदुओं पर विचार केंद्रित कर संघर्ष को आगे बढ़ाने की जरूरत है। इसके तहत टिहरी झील बांध का संवैधानिक अधिकार राज्य को दिलाते हुए युवाओं के लिए रोजगार की अपार सम्भावनाओ का दरवाजा खोलने की जरूरत है। उत्तराखंड एक हिमालयी राज्य है, जिसका भूगोल लोअर हिमालय से उच्च हिमालय तक फैला है। और इसकी सीमाओं में रहने वाला हर स्थायी निवासी उत्तरखंडी है।
इस मौके पर पार्टी के महासचिव महावीर फर्स्वाण, महिला मोर्चा की अध्यक्ष गीता रावत ने भी विचार रखे।

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