देहरादून । उत्तरांचल पंजाबी महासभा की हमारी होनहार निशानेबाज बेटी दिल राज कौर जिसके द्वारा अंतर्राष्ट्रीय रजत और 24 राष्ट्रीय स्तर पर स्वर्ण पदक जीतने के बाद भी पहली दिव्यांग निशानेबाज उत्तराखण्ड का नाम रोशन करते हुए भी हमे बड़ी दुख से कहना पड़ता है कि उस बच्ची को सरकार के द्वारा अनदेखी की जा रही है जबकि हरियाणा, हिमाचल, पंजाब इत्यादि मे दिव्यांगो के लिए नौकरी का विशेष स्थान दिया जाता है। इस होनहार बच्ची को अपने जीवन निर्वाह करने के लिए इतना बड़ा संघर्ष करना पड़े की वह सड़क पर बैठकर छोटा छोटा सामान बेचकर अपना निर्वाह के लिए इस काम को करने के लिए मजबूर हुई |
उपमा के द्वारा पूर्व मुख्यमंत्री से सारे दस्तावेज देने के बाद खेल सचिव के पास सारी फाइल भेजी गई परंतु इस जरूरतमंद को अनदेखा और इसकी फाइल को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया |
हमरा उपमा का पूरा परिवार इस बच्ची के साथ था, है और रहेगा हम सरकार से माँग करते हैं कि इस बच्ची को जल्द ही नौकरी की व्यवस्था की जाए जिसने पूरे उत्तराखण्ड का नाम रोशन किया है।