Historic Clock Tower of Dehradun
देहरादून। उत्तराखण्ड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को राजधानी देहरादून के ऐतिहासिक घण्टाघर के भव्य रूपांतरण और स्वचालित प्रकाश व्यवस्था का लोकार्पण किया। शहर की पहचान रहे इस धरोहर का लगभग डेढ़ करोड़ रुपये की लागत से सौंदर्यीकरण किया गया है। इसके नए स्वरूप से न केवल शहर की शोभा बढ़ेगी, बल्कि पर्यटकों के लिए भी यह स्थल आकर्षण का केंद्र बनेगा।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर महिला स्वयं सहायता समूहों (SHGs) के लिए निर्मित चार आधुनिक हिलांस-कम-किचन आउटलेट्स का भी शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह पहल मातृशक्ति को स्वरोजगार और आत्मनिर्भरता की दिशा में सशक्त बनाएगी तथा उत्तराखण्ड के पारंपरिक और जैविक उत्पादों को नया बाजार उपलब्ध कराएगी। देहरादून में कलेक्ट्रेट, कोरोनेशन अस्पताल, गुच्चुपानी और आईएसबीटी में स्थापित हिलांस कैंटीनें आम लोगों को गुणवत्तापूर्ण वस्तुएँ सस्ती दरों पर उपलब्ध कराएँगी।

मुख्यमंत्री धामी ने कहा कि घण्टाघर का नया स्वरूप देहरादूनवासियों के लिए गर्व का विषय है। स्वचालित प्रकाश व्यवस्था इसे रात्रि में भी जीवंत बनाएगी और शहर की नाइटलाइफ को नया आकर्षण प्रदान करेगी। उन्होंने कहा कि सरकार का लक्ष्य केवल शहर के सौंदर्यीकरण तक सीमित नहीं है, बल्कि सामाजिक सरोकारों और जनहित से जुड़े मुद्दों को भी प्राथमिकता दी जा रही है।
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने बाल भिक्षावृत्ति निवारण अभियान का भी उल्लेख किया। उन्होंने बताया कि विशेष टीमों और रेस्क्यू वाहनों की मदद से अब तक 82 बच्चों को भिक्षा की विवशता से निकालकर शिक्षा से जोड़ा गया है। साधूराम इंटर कॉलेज में इनके लिए लगभग डेढ़ करोड़ रुपये की लागत से इंटेंसिव केयर सेंटर भी बनाया जा रहा है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार बुनियादी ढाँचे, शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार सृजन पर निरंतर कार्य कर रही है। देहरादून में इस समय लगभग 1400 करोड़ रुपये की विकास योजनाएँ प्रगति पर हैं। शहर में 30 इलेक्ट्रिक बसों का संचालन किया जा रहा है और 11 स्थानों पर चार्जिंग स्टेशन बनाए गए हैं। ट्रैफिक और पार्किंग की समस्या को दूर करने के लिए भूमिगत पार्किंग और रिस्पना-बिंदाल नदियों पर एलिवेटेड रोड परियोजना की भी योजना तैयार की जा रही है।
इस अवसर पर कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, सुबोध उनियाल, विधायक खजान दास, वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, व्यापारीगण और बड़ी संख्या में स्थानीय जनता मौजूद रही।