Tribute martyrs of the movement
मुजफ्फरनगर, उत्तर प्रदेश। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने रामपुर तिराहा शहीद स्थल पर उत्तराखंड राज्य आंदोलन के शहीदों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की। इस अवसर पर उन्होंने घोषणा की कि रामपुर तिराहा गोलीकांड में शहीद हुए प्रत्येक आंदोलनकारी की स्मृति में शहीद स्थल पर उनकी प्रतिमा लगाई जाएगी। उन्होंने शहीद स्थल के लिए भूमि दान करने वाले दिवंगत महावीर शर्मा की प्रतिमा का भी शिलान्यास किया।
मुख्यमंत्री ने शहीदों के बलिदान को याद करते हुए कहा कि उनके परिश्रम और समर्पण के कारण हमें उत्तराखंड राज्य की प्राप्ति हुई। रामपुर तिराहा गोलीकांड को राज्य आंदोलन का सबसे दर्दनाक अध्याय बताते हुए उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की जनता कभी भी उन बलिदानों को नहीं भूलेगी। मुख्यमंत्री ने राज्य आंदोलन में महिलाओं और युवाओं की सक्रिय भागीदारी की सराहना करते हुए कहा कि मातृशक्ति को आगे आकर समाज का प्रहरी बनना है और डेमोग्राफी को संरक्षित रखने की जिम्मेदारी निभानी है।
मुख्यमंत्री ने उत्तराखंड के विकास के लिए राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए बताया कि आंदोलनकारियों के आदर्शों को साकार करने के लिए राज्य सरकार निरंतर प्रयासरत है। राज्य में विभिन्न योजनाओं के माध्यम से अंतिम व्यक्ति तक विकास पहुंचाने का काम जारी है। उन्होंने शहीद आंदोलनकारियों के परिवारों के लिए सरकारी नौकरियों में 10% आरक्षण, पेंशन और निःशुल्क यात्रा जैसी सुविधाओं की जानकारी भी दी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंड की डेमोग्राफी को संरक्षित करने के लिए राज्य सरकार सख्त भू-कानून लाने की तैयारी कर रही है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में धर्मांतरण रोधी और नकल विरोधी कानून पहले से लागू हैं, और अब सरकार भू-कानून को सख्त बनाने पर विचार कर रही है।
इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने भी शहीदों को नमन करते हुए कहा कि उत्तराखंड का विकास शहीद आंदोलनकारियों के सपनों के अनुरूप हो रहा है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड विकास के मामले में अन्य राज्यों से आगे निकल चुका है और यह केंद्र और राज्य सरकार के संयुक्त प्रयासों का परिणाम है।
इस अवसर पर राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव , उपाध्यक्ष आपदा प्रबंधन समिति विनय रौहेला, विधायक प्रदीप बत्रा, जिला अध्यक्ष भाजपा ( मुजफ्फरनगर) सुधीर सैनी, मीनाक्षी स्वरूप, सचिव हरिचंद्र सेमवाल, जिलाधिकारी हरिद्वार कर्मेंद्र सिंह एवं अन्य लोग मौजूद रहे।