धार्मिक पर्यटन

चारधाम यात्रा के लिए हेली सेवाओं की बुकिंग 20 अप्रैल से

Chardham Yatra 2024
Written by Subodh Bhatt

Chardham Yatra 2024

चारधाम यात्रा के लिए हेली सेवाओं की बुकिंग 20 अप्रैल से शुरू होने जा रही है। पहली बार चारधाम यात्रा के लिए चार्टर्ड सेवा की सुविधा भी दी जा रही है। चारधाम हेलीसेवा के किराये में पांच फीसदी की बढ़ोतरी की गई है।

Chardham Yatra 2024 :- चारधाम यात्रा के रजिस्ट्रेशन के लिए https://registrationandtouristcare.uk.gov.in/ पर जाकर पंजीरकरण करा सकते हैं। इसके अलावा श्रद्धालु मोबाइल ऐप और व्हाट्सएप नंबर से भी पंजीकरण करा सकेंगे। बता दें कि श्री केदारनाथ धाम 10 मई, श्री बदरीनाथ धाम 12 मई, श्री गंगोत्री धाम 10 मई, श्री यमुनोत्री धाम 10 मई और श्री हेमकुंड साहिब धाम 25 मई को खुलेगा।

चारधाम यात्रा के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू होने के बाद केदारनाथ धाम के लिए हेलिकॉप्टर सेवा के लिए भी बुकिंग 20 अप्रैल से शुरू कर दी जाएगी, जो भी श्रद्धालु हेलिकॉप्टर के जरिए केदारनाथ धाम पहुंचना चाहते हैं, वो हेलिकॉप्टर की बुकिंग 20 अप्रैल से करा सकते हैं। https://heliyatra.irctc.co.in/ इस वेबसाइट पर जाकर आप हेलिकॉप्टर सर्विस की बुकिंग करा सकते हैं।

Chardham Yatra 2024 :- हेलिकॉप्टर की बुकिंग के लिए चारधाम यात्रा रजिस्ट्रेशन की बुकिंग अनिवार्य कर दी गई है। यह बुकिंग 10 मई, 2024 से 20 जून, 2024 तक की यात्रा के लिए की जाएगी। बता दें कि कुछ दिन पहले ही चारों धामों के लिए रजिस्ट्रेशन शुरू किया गया है। इस बार सरकार रजिस्ट्रेशन के लिए सख्ती अपनाई हुई है। चारधाम रजिस्ट्रेशन नहीं करने पर तीर्थ यात्रियों को चारधाम जाने की अनुमति नही मिलेगी।

यूकाडा के सीईओ सी रविशंकर ने बताया कि इस बार भी आईआरसीटीसी के माध्यम से ही बुकिंग की जाएगी। बताया कि पिछले साल के मुकाबले हेली सेवाओं के किराये की दरें पांच फीसदी बढ़ गई हैं। चारधाम यात्रा के लिए चार्टर्ड हेलिकॉप्टर सेवा भी पहली बार शुरू होने जा रही है।

Chardham Yatra 2024 :- वहीं बदरीनाथ-केदारनाथ मंदिर समिति ने अपनी आधिकारिक वेबसाइट https://badrinath-kedarnath.gov.in/ पर इस बार की यात्रा के दौरान ऑनलाइन पूजा की बुकिंग भी शुरू कर दी है। यह बुकिंग 15 अप्रैल से 30 जून तक के लिए शुरू की गई है। केदारनाथ मंदिर में षोडशोपचार पूजा-अर्चना, रूद्राभिषेक तथा शायंकालीन आरती सहित दीर्घकालिक पूजायें शामिल हैं। इसके अलावा श्रद्धालु अपनी इच्छा से ऑनलाइन दान भी कर सकते हैं।

 

 

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