Seminar on Vedic Literature
देहरादून। महर्षि संदीपनी राष्ट्रीय वेद विद्या प्रतिष्ठान, उज्जैन एवं नालन्दा पुस्तकालय शोध एवं अनुसंधान केन्द्र एवं स्पर्श हिमालय विश्वविद्यालय देहरादून के पुस्तकालय एवं सूचना विज्ञान विभाग के तत्वावधान में राजधानी देहरादून के निकट लेखक गांव थानों में 31 अक्टूबर 2025 से दो नवम्बर 2025 तक ‘वैदिक साहित्य में सन्निहित शाश्वत ज्ञान का डिजिटल संरक्षण एवं उभरते नवाचार’ विषय पर त्रि-दिवसीय अखिल भारतीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया जा रहा है। इस राष्ट्रीय संगोष्ठी में जम्मू कश्मीर, राजस्थान, उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश सहित अनेक राज्यों के शोधार्थी संस्कृत, हिन्दी, व अंग्रेजी में शोध पत्रों का प्रस्तुतिकरण करेंगे।
संगोष्ठी के उदघाटन सत्र में पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, प्रो. देवीप्रसाद त्रिपाठी विशिष्ट अतिथि होंगे जबकि ए. पी. सिंह मुख्य वक्ता होंगे। इसके अतिरिक्त सम्मानित अतिथि डॉ. राजेश नैथानी होंगे। वैदिक साहित्य के संरक्षण की दिशा में इस आयोजन को महत्वपूर्ण माना जा रहा है, जिसमें देश के विभिन्न भागों से आए विद्वान प्रतिभाग कर अपना दृष्टिकोण व्यक्त कर भारतीय वांग्मय के शाश्वत ज्ञान तथा वैश्विक धरोहर पर विचार विमर्श करेंगे।
आयोजकों की ओर से बताया गया है कि राष्ट्रीय महत्व की इस महत्वपूर्ण संगोष्ठी के माध्यम से साहित्य की नींव, आध्यात्मिकता, आधुनिक अनुप्रयोग, शैक्षिक महत्व, विज्ञान प्रौद्योगिकी और डिजिटल संरक्षण के साथ नवाचार एवं संभावनाओं पर शोध पत्रों द्वारा मंथन कर, वैदिक साहित्य में सन्निहित शाश्वत ज्ञान को विरासत एवं वैश्विक धरोहरों के रूप में संरक्षित कर चेतना का सार्थक संचार संभव हो सकेगा।


