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– बोले, पूर्व सैनिकों के कल्याण में लगे हर रुपये का सदुपयोग हो
देहरादून। हरेला पर्व की सुबह उत्तराखंड को एक सच्चे कर्मयोगी की सौगात मिली। राज्य सरकार द्वारा उत्तराखंड राज्य पूर्व सैनिक सलाहकार परिषद का अध्यक्ष बनाए गए कर्नल (सेवानिवृत्त) अजय कोठियाल ने एक ऐसा ऐलान कर दिया, जो सोशल मीडिया पर वायरल (viral on social media) हो गया है और लाखों लोगों के दिलों को छू गया है।
कर्नल कोठियाल ने अपने पद से मिलने वाली करीब ₹26 लाख की सरकारी सुविधाएं लेने से साफ इनकार कर दिया है। उनका कहना है कि ये धनराशि राज्यहित और पूर्व सैनिकों के कल्याण में खर्च होनी चाहिए, न कि उनके निजी आराम पर।
राज्य के हर सैनिक के सम्मान और समर्पण के सामने सुविधाएं मायने नहीं रखती- कर्नल कोठियाल
viral on social media पत्र
कर्नल कोठियाल का यह पत्र सैनिक कल्याण निदेशक को भेजा गया और कुछ ही घंटों में यह सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। लोग इसे “देशभक्ति और सेवा भाव की असल तस्वीर” बता रहे हैं।



| सुविधा | अनुमानित राशि (₹ प्रति माह) |
| वाहन भत्ता | 80,000 |
| आवास/कार्यालय | 25,000 |
| टेलीफोन/मोबाइल | 2,000 |
| स्टाफ भत्ता | 27,000 |
| मानदेय | 45,000 |
| यात्रा भत्ता | 40,000 |
| कुल प्रतिमाह | 2.19 लाख |
| वार्षिक अनुमानित बचत ₹26 लाख से अधिक |
कर्नल कोठियाल की देशसेवा की झलकियाँ
28 साल तक भारतीय सेना में सेवा
कीर्ति चक्र और शौर्य चक्र से सम्मानित
केदारनाथ पुनर्निर्माण में नेतृत्वकारी भूमिका
यूथ फाउंडेशन के माध्यम से हजारों युवाओं को सेना में भर्ती की राह दिखाई
अब परिषद कार्यालय की स्थापना के लिए खुद ₹2.45 लाख देने को तैयार
सेवा भावना ही सबसे बड़ी ताकत है
कर्नल कोठियाल ने यह भी साफ कर दिया है कि उन्होंने शादी नहीं की और उनकी जिम्मेदारियाँ सीमित हैं, इसलिए वह सुविधाओं की जगह सेवा को प्राथमिकता दे सकते हैं। उन्होंने लिखा है कि सरकार उन्हें जो बजट देना चाहती है, उसे पूर्व सैनिकों की भलाई के कार्यों में लगाया जाए।
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया:
ऐसे होते हैं असली हीरो!
कोठियाल सर पर गर्व है
राजनीति में ऐसे लोग बहुत कम होते हैं
हरी भरी शुरुआत, हरेला पर्व पर सबसे सुंदर तोहफा


