fake cheese
देहरादून। चारधाम यात्रा से पहले मिलावटी खाद्य पदार्थों पर सख्ती के निर्देशों के तहत देहरादून और सहारनपुर में नकली पनीर बनाने और सप्लाई करने वाले गिरोह का पर्दाफाश हुआ। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन और पुलिस की संयुक्त कार्रवाई में 23 क्विंटल 20 किलो नकली पनीर बरामद किया गया।
रायपुर थाना क्षेत्र में संदिग्ध पनीर मिलने पर सचल जांच प्रयोगशाला से परीक्षण किया गया, जिसमें फॉर्मलीन और एस.एम.पी. जैसे ज़हरीले रसायन पाए गए। तपोवन चौक स्थित क्वालिटी डेयरी से 7 क्विंटल पनीर जब्त कर मौके पर ही नष्ट किया गया।
गुप्त सूचना के आधार पर खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन व थाना रायपुर पुलिस द्वारा अपर ईश्वर विहार स्थित एक दुकान पर छापेमारी की गई। मौके पर 1 पिकअप वैन से लगभग 1 क्विंटल 20 किलो पनीर उतरता हुआ मिला तथा गोदाम से लगभग 6 क्विंटल पनीर बरामद किया गया। खाद्य विभाग की टीम द्वारा जांच में पनीर को नकली व मानव उपभोग के लिए अनुपयुक्त घोषित किया गया।
पुलिस ने मौके से दुकानदार अब्दुल मन्नान और वाहन चालक आरिफ को हिरासत में लिया। पूछताछ में इन दोनों ने कबूल किया कि यह नकली पनीर मनोज, नरेन्द्र चौधरी और शाहरूख नामक व्यक्तियों द्वारा सहारनपुर के कासमपुर स्थित जंगलों में बनी अवैध फैक्ट्री से सप्लाई किया गया था।
सहारनपुर में छापा मारकर फैक्ट्री सील की गई और वहां से 16 क्विंटल नकली पनीर व रसायन जब्त किए गए।
डॉ. आर. राजेश कुमार, आयुक्त, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, उत्तराखंड ने कहा कि यह कार्रवाई राज्य के खाद्य तंत्र को स्वच्छ और सुरक्षित बनाए रखने की दिशा में एक बड़ी उपलब्धि है। नकली पनीर जैसे ज़हरीले उत्पादों पर कड़ी निगरानी और कठोर दंड सुनिश्चित किया जाएगा। जनता से भी अपील है कि संदिग्ध खाद्य पदार्थों की सूचना तुरंत प्रशासन को दें।
ताजवर सिंह जग्गी, अपर आयुक्त, खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन, उत्तराखंड ने कहा कि ‘जनस्वास्थ्य के साथ कोई समझौता नहीं किया जाएगा। मिलावटी खाद्य पदार्थों के खिलाफ यह कार्रवाई एक उदाहरण है। चारधाम यात्रा के दौरान खाद्य गुणवत्ता सुनिश्चित करना सर्वाेच्च प्राथमिकता है।’ मिलावटखोरों के खि़लाफ़ यह अभियान लगातार जारी रहेगा।