Blind Murder
हरिद्वार के श्यामपुर क्षेत्र में हुए रहस्यमयी ब्लाइंड मर्डर का हरिद्वार पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस ने एक छोटी-सी सुराग, एक बाइक की लाइट, के सहारे इस जटिल केस को सुलझाकर न केवल मृतक की पहचान की, बल्कि उसके हत्यारों को भी सलाखों के पीछे पहुंचा दिया।
एसएसपी हरिद्वार परमेन्द्र डोबाल ने इस चुनौतीपूर्ण मामले को गंभीरता से लिया और एसपी सिटी पंकज गैरोला व सीओ जूही मनराल के नेतृत्व में कई टीमें गठित कीं। टीमें दिन-रात इस केस को सुलझाने में जुटीं और हर संभावित सुराग की बारीकी से जांच की।
तकनीकी जांच से मिला सुराग
मामले में सबसे बड़ी चुनौती मृतक की पहचान और ठोस सुरागों का अभाव था। पुलिस ने 10,000 मोबाइल टावर डेटा का विश्लेषण किया और 500 से अधिक सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। इसी दौरान एक फुटेज में बाइक की लाइट दिखाई दी, जिसने इस केस को सुलझाने में अहम भूमिका निभाई।
दोस्तों ने ही की हत्या
गहन जांच के बाद पुलिस ने मृतक की पहचान अभय के रूप में की। जांच में पता चला कि उसके दोस्तों—नीरज शुक्ला और नागेंद्र ने लालच में आकर उसकी हत्या की।
मजदूरों और सीसीटीवी की गहन पड़ताल
पुलिस ने 1,000 मजदूरों और उनके ठेकेदारों का सत्यापन किया। इसके साथ ही आसपास के इलाकों के 500 सीसीटीवी फुटेज का विश्लेषण किया। इन प्रयासों से पुलिस ने हत्यारों तक पहुंच बनाई।
पुलिस टीम को मिली सराहना और पुरस्कार
हरिद्वार पुलिस की इस अभूतपूर्व कामयाबी पर गढ़वाल आईजी करण सिंह नगन्याल ने टीम की प्रशंसा करते हुए ₹15,000 का इनाम घोषित किया। एसएसपी परमेन्द्र डोबाल ने भी टीम को ₹5,000 का इनाम देकर हौसला बढ़ाया।