interstate cyber fraud gang
उत्तराखंड पुलिस की एसटीएफ/साइबर क्राइम टीम ने देहरादून में एक बड़े अंतर्राष्ट्रीय कॉल सेंटर गिरोह का भंडाफोड़ किया है। इस गिरोह के अंतर्राष्ट्रीय कनेक्शन और उनकी धोखाधड़ी की गतिविधियों का खुलासा हुआ है, जो यूएसए और कनाडा के नागरिकों को टारगेट करते थे।
एसएसपी एसटीएफ आयुष अग्रवाल को मिली गोपनीय सूचना के आधार पर एसटीएफ/साइबर थाना पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की। छापेमारी में 05 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया और कॉल सेंटर संचालन से संबंधित उपकरण बरामद किए गए।
गिरोह के सभी सदस्य दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के निवासी हैं और अन्य राज्यों से भी जुड़े हुए हैं। अभियुक्तगण खुद को माइक्रोसॉफ्ट और एप्पल जैसी प्रतिष्ठित कंपनियों का अधिकारी बताकर, विदेशी नागरिकों के सिस्टम में पॉप-अप मैसेज भेजते थे। ये मैसेज पोर्न साइट्स और चाइल्ड पोर्नाेग्राफी के आधार पर उन्हें डराकर, उनके बैंक खातों से धोखाधड़ी करते थे।
एसटीएफ की टीम ने 6 अगस्त 2024 को सहस्त्रधारा रोड स्थित एक फ्लैट पर छापेमारी की। हालांकि, आरोपी फरार हो गए। लेकिन, 9 अगस्त 2024 को दो अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के दौरान, अभियुक्तों ने स्वीकार किया कि वे कॉल सेंटर का संचालन करते थे और विदेशी नागरिकों को धोखा देते थे।
बरामदगी और साक्ष्य
पुलिस टीम ने 03 लैपटॉप, 02 मोबाइल फोन, 02 वाई-फाई राउटर और अन्य उपकरण बरामद किए। इन उपकरणों में कॉल सेंटर संचालन और विदेशी नागरिकों से धोखाधड़ी से संबंधित महत्वपूर्ण साक्ष्य मिले हैं। अभियुक्तों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता और आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
पुलिस टीम की भूमिका
इस सफलता के पीछे एसटीएफ की टीम, जिसमें निरीक्षक त्रिभुवन रौतेला, उपनिरीक्षक विपिन बहुगुणा, और अन्य सदस्य शामिल हैं, की महत्वपूर्ण भूमिका रही है।