stationery became expensive
नए शिक्षण सत्र में स्कूलों से मिली कॉपी किताबों को भारी भरकम लिस्ट ने अभिभावकों को चिंता में डाल दिया है। नया शिक्षण सत्र शुरू होने के बाद शहर की कॉपी-किताबों की दुकानों पर खरीदारों की काफी भीड़ है। अधिकांश दुकानों में लोगों को बिना कॉपी लिए किताबें भी नहीं दी जा रही है।
स्कूल की फीस वृद्धि के बाद अब कॉपी-किताब और स्टेशनरी पर भी महंगाई का असर देखने को मिल रहा है। कॉपी-किताब और स्टेशनरी के दामों में 30 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई है। कई स्कूलों में नया सत्र शुरू हो गया है तो कई स्कूलों में शुरू होने जा रहा है। नए सत्र में अभिभावकों के उपर बढ़े हुए दाम का बोझ पड़ रहा है। जिससे अभिभावक परेशान हैं।
दो साल में स्टेशनरी की दुकानों में कॉपी और रजिस्टर के दाम 40 फीसदी तक बढ़ गए हैं। पहले 40 रुपये में मिलने वाली 172 पेज की कॉपी अब 60 रुपये में मिल रही है। 50 रुपये में मिलने वाली 192 पेज की कॉपी अब 70 रुपये और 60 रुपये में मिलने वाली 250 पेज वाली कॉपी 90 रुपये में मिल रही है। पेंशन बॉक्स, रजिस्टर, ड्रेस, बस्ते के दामों में काफी उछाल आया है।