जिला रुद्रप्रयाग के भट्टगांव के जयप्रकाश नौटियाल ने राष्ट्रपति श्री रामनाथ कोविंद से द्रोणाचार्य पुरस्कार प्राप्त किया।
उत्तराखंड के लिए यह गर्व की बात है कि इस वर्ष देश के सर्वाेच्च कोचिंग पुरस्कार द्रोणाचार्य पुरस्कार हमारे अपने जयप्रकाश नौटियाल पुत्र अनुसूया प्रसाद नौटियाल, ग्राम भट्टगांव, जिला को दिया गया है। रुद्रप्रयाग 2020 टोक्यो पैरालिंपिक में हमारे पैरा निशानेबाजों के लिए मुख्य कोच के रूप में शानदार प्रदर्शन के लिए।
जयप्रकाश 1989 में सहायक कमांडेंट के रूप में आईटीबीपी में शामिल हुए और 1990 में आईटीबीपी सेंट्रल शूटिंग टीम बनाकर अपना कोचिंग करियर शुरू किया और उस टीम को कोचिंग देना शुरू किया, जिसने फोर्स को ख्याति दिलाई।
जयप्रकाश के पिता स्व. अनुसूया प्रसाद नौटियाल आईटीबीपी फोर्स के सदस्य भी थे, जिन्होंने अपने बेटे जयप्रकाश को आईटीबीपी जैसे सम्मान संगठन में शामिल होने के लिए प्रेरित किया, जो 1989 में आईटीबीपी अकादमी मसूरी में दूसरे बैच में सीधे नियुक्त राजपत्रित अधिकारी के रूप में शामिल हुआ।
भट्टगाँव के एक छोटे से गाँव से लेकर ‘द्रोणाचार्य पुरस्कार’ प्राप्त करने की यात्रा तक एक अविश्वसनीय उपलब्धि है।
जयप्रकाश को लगता है कि माननीय प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी से एक उचित सम्मान और प्रतिक्रिया मिली है।