देहरादून : मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सर्वे ऑफ इण्डिया परिसर में मसूरी विधानसभा क्षेत्र की लगभग 70 करोड़ की विभिन्न योजनाओं का लोकार्पण एवं शिलान्यास किया। मुख्यमंत्री ने बहल चौक से सर्वे ऑफ इण्डिया तक जन आशीर्वाद रैली में भी प्रतिभाग किया।
मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर मसूरी विधानसभा के लिए 14 घोषणाएं की। मुख्यमंत्री ने कहा कि वार्ड 05 धोरणखास, वार्ड 07 जाखन, वार्ड 08 सालावाला, वार्ड 09 आर्यनगर, वार्ड 10 डोभालवाला, वार्ड 11 विजय कालोनी सहित बिलासपुर काडली, जैतनवाला एवं मंसदावाला में सड़कों का पुनर्निर्माण एवं सुधारीकरण किया जाऐगा। विजय कालोनी, पथरिया पीर, नीलकण्ठ विहार, इंदिरा कालोनी चुक्खुवाला क्षेत्र में सीवर लाईन निर्माण का कार्य किया जायेगा। सिगली. हल्दूवाला (संतला देवी), भितरली एवं मसंदावाला में झील का निर्माण किया जायेगा। वार्ड 08 सालावाला में न्यू कैंट रोड़ से सालावाला की ओर जाने वाले मार्ग पर पुल निर्माण किया जायेगा। ग्राम पंचायत रिखोली के सोलाह गांव में विद्युतीकरण का कार्य किया जाऐगा। सरोना न्याय पंचायत क्षेत्र के अर्न्तगत 05 किमी आन्तरिक सीसी सड़कों एवं पुश्तों का निर्माण किया जायेगा। ग्राम पंचायत चामासारी में पशु सेवा केन्द्र बनाया जायेगा। ग्राम पंचायत चामासारी के तल्यानीगाड गांव हेतु राजपुर टोल से सिमयाना तक 04 किमी सड़क का निर्माण किया जायेगा। ग्राम पंचायत सेरागांव के अर्न्तगत सिलकोटी में पुल निर्माण किया जाएगा। ग्राम पंचायत सरोना के छोटी छमरोली से डोमकोट तक 04 किमी सड़क निर्माण किया जायेगा। ग्राम पंचायत सिल्ला के अर्न्तगत शेरा- सिल्ला- डबराना गढ़-बुरासखण्डा तक 10 किमी सड़क निर्माण किया जायेगा। ग्राम पंचायत सिल्ला के शेरा, भूमिसरो काडद, काणीगाड आदि क्षेत्रों में बाढ़ सुरक्षा कार्य किया जायेगा। सहस्त्रधारा नहर के भूमिगत भाग में आरसीसी पाईप बिछाने का कार्य किया जायेगा। जिला पंचायत चन्द्रोटी में 5 किमी आन्तरिक सड़कों एवं पुश्तों का निर्माण किया जायेगा।
मुख्यमंत्री श्री धामी ने जिन महत्वपूर्ण योजनाओं का लोकार्पण किया उनमें 05 करोड़ रूपये की लागत के देहरादून-किमाड़ी-लम्बीधार-होलोक कम्पनी गार्डन मोटर मार्ग में 30 एम.एम.बी.सी. द्वारा सतह सुधार का कार्य, 04 करोड़ 71 लाख की रूपये की लागत के देहरादून-मसूरी राज्यमार्ग संख्या-01 में दिलाराम चौक से कुठालगेट तक बी.सी द्वारा मार्ग का सतह सुधार का कार्य, 04 करोड़ 54 लाख रूपये की लागत के राजपुर से कुठालगेट मोटर मार्ग में 30 एम.एम.बी.सी. द्वारा सतह सुधार का कार्य, हाथीबड़कला-मालसी मोटर मार्ग तथा स्नोव्यू -झड़ीपानी बार्लोगंज मसूरी मोटर मार्ग में 30 एम.एम.बी.सी. द्वारा सतह सुधार का कार्य शामिल है। मुख्यमंत्री ने जिन महत्वपूर्ण योजनाओं का शिलान्यास किया उनमें 05 करोड़ 22 लाख रूपये की अनुमानित लागत के सहस्त्रधारा-चामासारी मोटर मार्ग का डामरीकरण का कार्य, 04 करोड़ 89 लाख की अनुमानित लागत के कालीदास रोड, पुनर्गठन सीवरेज योजना का कार्य, 03 करोड़ 23 लाख की अनुमानित लागत के मसूरी विधानसभा अन्तर्गत सड़कों का निर्माण कार्य एवं 02 करोड़ 25 लाख रूपये की अनुमानित लागत के अनारवाला पेयजल योजना का सुदृढ़ीकरण का कार्य शामिल है।
रोजगार और स्वरोजगार पर सरकार का विशेष ध्यान
मुख्यमंत्री ने कहा कि किसी भी राष्ट्र के विकास में युवाओं की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। युवाओं को प्रदेश में रोजगार एवं स्वरोजगार के पर्याप्त अवसर मिले इसके लिए राज्य सरकार प्रयासरत है। राज्य में रिक्त पदों पर भर्ती प्रक्रिया शुरू की गई है। ये भर्ती प्रक्रिया जल्द पूर्ण की जाएगी। स्वरोजगार पर भी विशेष ध्यान दिया जा रहा है। सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास सरकार का मूलमंत्र है। जन समस्याओं के त्वरित समाधान के लिए अधिकारियों को प्रत्येक कार्यदिवस में प्रातः 10 से 12 बजे तक जन समस्याओं को सुनकर उनका समाधान करने के निर्देश दिए गए हैं। कार्यों के सरलीकरण, समाधान निस्तारण एवं उनकी संतुष्टि भी हो, इस पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है। सरकार द्वारा चलाई जा रही विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं को जिलों में शिविरों के माध्यम से आम जनमानस तक पहुंचाया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रदेश को अगले 10 सालों में विभिन्न क्षेत्रों में शिक्षा, चिकित्सा, पर्यटन, कनेक्टिविटी जैसे क्षेत्रों में अग्रणी राज्य बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड की भूमि हमारे वीर सैनिकों एवं राज्य आन्दोलनकारियों की भूमि है, इनके सपनों के अनुरूप राज्य का विकास हो, इस दिशा में राज्य सरकार द्वारा विशेष प्रयास किये जा रहे हैं।
सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने मसूरी विधानसभा क्षेत्र के लिए सीएम द्वारा की गई घोषणाओं के लिए मुख्यमंत्री श्री धामी का आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री श्री धामी के नेतृत्व में प्रदेश प्रगति के पथ पर अग्रसर है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड देवभूमि के साथ वीरभूमि भी है। देश की रक्षा के लिए हमारे जवानों ने हमेशा अपना सर्वस्व दिया है। युद्ध में किसी भी सैनिक या अर्द्धसैन्य बलों के जवानों की वीरगति होने पर राज्य सरकार द्वारा उनके एक आश्रित को उनकी शैक्षिक योग्यता के आधार पर राज्याधीन सेवाओं में नौकरी दी जा रही है। सैनिकों के कल्याण के राज्य सरकार प्रतिबद्ध है।