देहरादून : धरने का नेतृत्व करते हुए प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष गणेश गोदियाल ने राज्य सरकार पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि अब कांग्रेस ने ठान लिया है कि चार धाम यात्रा शुरू होनी है चाहे इसके लिए धरने करने पढ़ें या सड़कों पर उतर कर प्रदर्शन करना पड़े चाहे जेल जाना पड़े। उन्होंने कांग्रेस जनों से भाजपा सरकार को उखाड़ फेंकने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा कि जन विरोधी सरकार ने साड़े चार साल में आम इंसान का जीना मुश्किल कर दिया है। महंगाई आसमान पर है व बेरोजगारी चरम पर इसलिए अब इस सरकार को सत्ता में रहने का अधिकार नहीं है।
प्रदेश की चार धाम यात्रा तत्काल शुरू करने की मांग को लेकर विधानसभा के समक्ष एक दिवसीय धरने को संबोधित करते हुए उत्तराखंड प्रदेश कांग्रेस कमेटी के उपाध्यक्ष व कांग्रेस मैनिफेस्टो कमेटी के संयोजक सूर्यकांत धस्माना ने राज्य की भाजपा सरकार पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि उत्तराखंड की लाइफ लाइन माने जाने वाली चार धाम यात्रा बीजेपी सरकार की लापरवाही व निक्कम्मे के कारण शुरू नहीं हो पाई। उन्होंने कहा कि कोविड19 की दूसरी लहर धीमी पड़ने के साथ ही राज्य सरकार का दायित्व था कि वो यात्रा को शुरू करने के लिए स्क्रीनिंग,टैस्टिंग,वैक्सिनेशन व यात्रा रुट पर अस्थायी आईसीयू युक्त अस्पताल दवाओं व डॉक्टरों का समुचित प्रबंध करती व माननीय उच्च न्यायालय नैनीताल को अपनी तैयारियां का ब्यौरा दे कर संतुष्ट करती ।
श्री धस्माना ने कहा कि राज्य सरकार ने जानबूझ कर ऐसा नहीं किया जिसके कारण माननीय न्यायालय को हतक्षेप कर यात्रा को रोकना पड़ा और सरकार जुलाई से ले कर अब तक भी न तो यात्रा की तैयारियों का ब्यौरा कोर्ट को दे सकी और कोर्ट का बहाना बना कर यात्रा को टालती रही जिसके कारण पूरी यात्रा रुट के पांच लाख परिवार जिनकी रोज़ी रोटी सब यात्रा पर ही निर्भर है वे भारी आर्थिक संकट के दौर से गुजर रहे हैं।
श्री धस्माना ने कहा कि यात्रा से संबंधित पंडित पुरोहित धर्मशासलाओं,होटलों,परिवहन व्यवसायियों से लेकर सब्ज़ी, दूध, प्रसाद व अन्य व्यवसायों से जुड़े लोग आज भुखमरी की कागार पर खड़े हैं लेकिन सरकार को इसकी फिक्र नहीं है। श्री धस्माना ने कहा कि अब यात्रा के दो महीने रह गए हैं और अगर अब भी यात्रा शुरू नहीं हुई तो ये लोग बर्बाद हो जाएंगे।
धरने को पूर्व मंत्री हीरा सिंह बिष्ट,पूर्व मंत्री मातबर सिंह कंडारी,पूर्व मंत्री मंत्री प्रसाद नैथानी, पूर्व विधायक विक्रम सिंह नेगी,पूर्व विधायक राजकुमार, नरेंद्र जीत सिंह बिंद्रा, सतपाल ब्रह्मचारी, जोत सिंह बिष्ट,संजय किशोर,राजीव जैन आदि ने अपने विचार प्रकट किए। संचालन मथुरा प्रसाद जोशी ने किया