देहरादून : अखिल भारतीय केंद्रीय विद्यालय शिक्षक संघ देहरादून संभाग के द्विवार्षिक अधिवेशन में 10 शिक्षकों को शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान के लिये देव भूमि शिक्षक रत्न से संमानित किया गया। समारोह से पूर्व कोरोना में दिवंगत हुए केंद्रीय विद्यालय के शिक्षक एवं स्टाफ को श्रंद्धाजलि दी गई।
केंद्रीय विद्यालय हाथीबड़कला सभागार में आयोजित समारोह का उद्धघाटन मुख्य अथिति केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी रनबीर सिंह ने किया। उन्होंने शिक्षकों को एआईकेवीटीए द्वारा समान्नित करने की पहल का स्वागत करते हुए कहा संघो का महत्व किसी भी कार्यक्रम को आयेजित कर एक नई दिशा देना होता है। शिक्षक रत्न से संमानित शिक्षकों के समांन में उन्होंने कहा गुरु के सम्मान के बिना सब अधूरा है। संमानित होने वाले शिक्षकों में एफआरआई से सी पी थपलियाल एवं, राजेश कुकरेती ऋर्षिकेश से जे के श्रीवास्तव, आईटीबीपी से राकेश गोयल, बीरपुर से पूनम शर्मा, आईएमए से मोनिका आर्या, एफआरआई से तारा जोशी, एचबीके से विक्रम सिंह नेगी, ओएनजीसी से आलोक मलासी, रायवाला से निर्भय गुप्ता को शिक्षा, सामाजिक खेल एवं सांस्कृतिक क्षेत्र में सराहनीय योगदान के लिये देव भूमि शिक्षक रत्न से नवाजा गया।
इस अवसर पर विशिष्ट अथिति पूर्व उपायुक्त एन एस राणा, देहरादून संभाग से प्राचार्य भक्ते मुनीम, केंद्रीय पर्यवेक्षक सुनील सैनी, चुनाव अधिकारी नरेंद्र कुमार डी एम लखेड़ा, नबील अहमद डी पी थपलियाल आशीष जोशी राजेन्द्र भंडारी पीयूष निगम, ए पी सिंह सहित कई स्कूलों के प्रतिनिधि उपस्थिति थे।
समांन समारोह के बाद नई कार्यकारिणी के गठन की प्रक्रिया देर रात तक जारी रही।