उत्तराखंड

L&T ने सिंगोली-भटवाड़ी हाइड्रोइलेक्ट्रिक प्रोजेक्‍ट के विनिवेश के लिए किया करार

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Written by Subodh Bhatt

देहरादून: लार्सेन एंड टुब्रो ने अपनी अनुषंगी एल एंड टी उत्‍तरांचल हाइड्रो पावर लिमिटेड (एलटीयूएचपीएल) के स्‍वामित्‍व वाले 3 x 33 MW (99 MW) हाइड्रोइलेक्ट्रिक पावर प्लांट में रिन्यू पावर प्राइवेट लिमिटेड की पूर्ण स्वामित्व वाली अनुषंगी, रिन्‍यू पावर सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड की 100 प्रतिशत हिस्‍सेदारी के विनिवेश की आज घोषणा की। यह कदम अमुख्‍य परिसंपत्तियों के विनिवेश पर एल एंड टी द्वारा घोषित रूप से दिये जा रहे जोर और शेयरधारक मूल्‍य बढ़ाने के अनुरूप है।

विशिष्‍ट समाप्ति शर्तों के पूरा होने के साथ यह ट्रांजेक्‍शन पूरा हो जायेगा और 30 सितंबर 2021 से पूर्व क्लोजिंग का अनुमान है। बिक्री की राशि 985 करोड़ रु. है।

परिसंपत्ति की बिक्री के बारे में बताते हुए, लार्सेन एंड टुब्रो के पूर्णकालिक निदेशक, श्री डी के सेन ने कहा, ”यह प्रगति हमारी कुछ विद्युत विकास परिसंपत्तियों का मूल्‍य अर्जित करने के हमारे प्रयास की दिशा में एक महत्‍वपूर्ण कदम है ताकि हमारे शेयरधारकों के लिए दीर्घकालिक मूल्‍य बनाने के लिए पूंजी को व्‍यवस्थित एवं आवंटित कर सकें। यह हमारी प्रमुख शक्तियों पर अधिक ध्‍यान देने और दूसरों से बाहर निकलने के हमारे रणनीतिक प्रयास को बताता है ताकि हम अधिक एस्‍सेट-लाइट संगठन बन सकें।”

अधिग्रहण के बारे में प्रतिक्रिया जताते हुए, रिन्‍यू पावर के संस्‍थापक, चेयरमैन एवं मुख्‍य कार्यकारी अधिकारी, सुमंत सिन्‍हा ने कहा, ”चूंकि यह परिसंपत्ति पहले से ही परिचालनरत है, इसलिए यह अधिग्रहण हमारे लिए केवल मूल्‍य वृद्धिकारक ही नहीं है बल्कि यह कम जोखिमपूर्ण भी है। इससे हम ग्रिड को मजबूती से चौबीसों घंटे विद्युत उपलब्‍ध करा सकेंगे और यह हमारी सौर्य एवं पवन परिसंपत्तियों की पूरक है जिसका हमारे पोर्टफोलियो में महत्‍वपूर्ण स्‍थान होगा। हम भविष्‍य में और अधिक हाइड्रो एसेट्स का अधिग्रहण करना चाहेंगे, चूंकि वे सविराम नवीकरणीय ऊर्जा के लिए सर्वोत्‍तम स्‍वच्‍छता संतुलनकारी स्रोत हैं।”

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