हरिद्वार। श्री ज्ञान गंगा गौशाला के अध्यक्ष महंत रामदास महाराज ने ऋषिकेश स्थित विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद्र अग्रवाल के कार्यालय पहुंचकर भेंट वार्ता की और जल्द से जल्द चार धाम यात्रा खोले जाने की मांग की। भेंट वार्ता के दौरान महंत रामदास महाराज ने कहा कि करोड़ों श्रद्धालु एवं संतों की आस्था चार धाम यात्रा पर टिकी है। सरकार को कोरोना गाइड लाइन के अनुसार चार धाम यात्रा संचालित करने की अनुमति प्रदान करनी चाहिए। देश भर के श्रद्धालु भक्त एवं संत चारों धाम के दर्शन के लिए आतुर हैं। इसलिए सरकार को सभी की आस्था को दृष्टिगत रखते हुए नियमों के मुताबिक यात्रा का संचालन कराना चाहिए। महंत रामदास महाराज ने कहा कि लॉकडाउन के कारण एक और जहां व्यापारी वर्ग परेशान है। वहीं दूसरी ओर बाहर से आने वाले श्रद्धालु भक्तों पर ही आश्रम अखाड़ों का संचालन भी निर्भर है। श्रद्धालु यात्रीयों के नहीं आने से मठ मंदिरों के पुजारियों व सेवकों को भारी कठिनाईयों का सामना करना पड़ रहा है। सरकार को इस ओर भी ध्यान देना चाहिए ओर सभी की समस्याओं का निराकरण करना चाहिए। उन्होंने कहा कि जब जब देश पर कोई विपदा आयी है तो संत समाज ने आगे बढक़र सहयोग किया है। आज पूरा विश्व कोरोना महामारी से त्रस्त है। ऐसे में धार्मिक क्रियाकलाप और देव आराधना से ही इस बीमारी से लड़ा जा सकता है। उन्होंने कहा कि पतित पावनी मां गंगा के आशीर्वाद से जल्द ही कोरोना महामारी पूरे विश्व से समाप्त होगी और देश दुनिया में खुशहाली लौटेगी। विधानसभा अध्यक्ष प्रेमचंद अग्रवाल ने महंत रामदास महाराज को आश्वासन देते हुए कहा कि चार धाम यात्रा को लेकर उनकी मुख्यमंत्री से वार्ता हुई है। जैसे-जैसे कोरोना की रफ्तार कम होगी। वैसे ही अनलॉक की प्रक्रिया प्रारंभ की जाएगी ओर जल्द से जल्द चार धाम यात्रा को भी आम श्रद्धालु भक्तों के लिए कोरोना नियमों के साथ प्रारंभ किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आमजन की सुरक्षा के लिए सरकार पूरी तरह प्रतिबद्ध है। इसलिए हालात नियंत्रण में होने पर ही कोई भी फैसला लिया जाना संभव है।