increasing incidents of forest fire
उत्तराखंड में वनाग्नि का तांडव थमने का नाम नहीं ले रहा है। जंगलों की आग को शांत करने के वन विभाग के सारे प्रयास विफल साबित हो रहे हैं। वहीं, सरकार की चिंता ये है कि दो दिन बाद यानी दस मई से चारधाम यात्रा भी शुरू हो रही है। ऐसे में वनाग्नि पर काबू पाया जाना बहुत जरूरी है। मामले की गंभीरता को देखते हुए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने सभी कार्यक्रम रद्द करते हुए देहरादून आने का निर्णय लिया।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि प्रदेश सरकार जंगल में आग लगाने वाले अराजक तत्वों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई करेगी। वनाग्नि पर काबू पाने के लिए हर मोर्चे पर कार्य हो रहा है। उन्होंने कहा कि सेना की सहायता लेने के साथ ही अधिकारियों को भी ग्राउंड जीरो पर जाकर आग पर नियंत्रण पाने के निर्देश दिए गए हैं।
Uttarakhand Chief Minister Pushkar Singh Dhami is reaching Dehradun today by postponing his pre-scheduled programs. On Wednesday, he will review the efforts being made to effectively prevent forest fires in various areas of the state at the Secretariat. The Chief Minister will… pic.twitter.com/MKHrQO2lxv
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) May 7, 2024
उन्होंने कहा कि जंगल की आग हमारे लिए बड़ी चुनौती है। आग बुझाने के लिए सभी विकल्प पर हम काम कर रहे हैं। सोशल मीडिया पर सीएम ने यह बयान जारी किया। इससे पहले मुख्यमंत्री राज्य में वनाग्नि की चुनौती को देखते हुए अपने सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिए।
बता दें कि उन्हें लोकसभा चुनाव में भाजपा प्रत्याशियों के समर्थन में प्रचार की जिम्मेदारी दी गई है। इन दिनों सीएम धामी का तेलंगाना में चुनाव कार्यक्रम तय था, जिसे सीएम धामी ने रद्द कर दिया है और उन्होंने मंगलवार को ही तेलंगाना से देहरादून के लिए वापसी कर दी। बताया जा रहा है कि बुधवार को सीएम धामी देहरादून में वनाग्नि, पेयजल संकट और चारधाम यात्रा की व्यवस्थाओं पर उच्च स्तरीय बैठक करेंगे।
वह बुधवार को राज्य सचिवालय में आगामी मानसून को लेकर विभागों की तैयारियों की समीक्षा करेंगे। यह बैठक सुबह 10 बजे राज्य सचिवालय स्थित वीर चंद्र सिंह गढ़वाली सभागार में होगी।