देहरादून। उत्तराखंड के पहले वीडियो ओटीटी प्लेटफार्म अम्बे सिने का शुभारम्भ संस्कृति एवं पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि ओटीटी प्लेटफार्म के लिए सरकार पालिसी बनाएगी। उन्होंने अपनी बोली-भाषा को बढ़ावा देने के लिए एप के लॉन्चिंग अवसर पर अम्बे सिने हाउस को बधाई दी।
सोमवार को रिंग रोड स्थित एक होटल में अम्बे सिने हाउस के शुभारम्भ अवसर पर सतपाल महाराज ने कहा कि कोरोना काल मे पर्यटन से जुड़े लोगों को जो नुकसान हुआ है, उसकी सरकार भरपाई करने की पूरी कोशिश कर रही है। विशिष्ट अतिथि गढ़ रत्न नरेंद्र सिंह नेगी ने कहा कि
उत्तराखंड में इस एप का आगमन उत्तराखंडी सिनेमा के इतिहास में एक मील का पत्थर साबित होगा और गढ़वाली कुमाँऊनी भाषाओँ के प्रसार में सहयोग करेगा। हास्य कलाकार घनानन्द ने कहा कि ये सराहनीय पहल है।
एप के संस्थापक सदस्य और फ़िल्म निर्देशक अनुज जोशी ने कहा कि इस प्लेटफार्म के माध्यम से मनोरंजन एवं ज्ञानवर्धक कार्यक्रम जैसे गढ़वाली कुमाँऊनी फिल्म्स, वेब सीरीज, डाक्यूमेंट्री आदि का निर्माण कर लोगों के सामने लाया जाएगा।
इसलिए ये एप उत्तरखंड के गढ़वाली कुमाँऊनी सिनेमा के लिए संजीवनी का काम करेगा।
कुमाऊं साहित्यकार व समाजसेवी चारु तिवारी ने कहा कि एक एप से उत्तराखंड की दोनों प्रमुख लोकभाषाओ कुमाँऊनी व गढ़वाली की समृद्धि बढ़ेगी।
अभिनेता व इस एप के संस्थापक सदस्य राकेश गौड़ ने कहा कि इस ऐप में आने वाली गढ़वाली कुमाँऊनी फिल्मे व वेब सीरीज बेहतर तकनीकी रूप में बनाई गई है।
एप के संस्थापक व उत्तराखंड मूल के उद्योगपति हर्षपाल सिंह चौधरी ने कहा कि इस ऐप से वे केवल अपनी लोकसंस्कृति व लोकभाषाओं का का ऋण उतरना चाहते हैं।
इस मौके पर लोकगायिका मीना राणा, रमिन्द्री मंद्रवाल, गीता गैरोला, संगीतकार संजय कुमोला, लोकगायक जीतेन्द्र पंवार, अभिनय गुरु दीपक रावत, समाजसेवी विनोद खंडूरी, रंगकर्मी अभिषेक मेंदोला, अभिनेता गोकुल पंवार, शिवेंद्र रावत, गिरीश सनवाल, साहित्यकार डॉक्टर सतीश कलेश्वरी, अब्बू रावत, सोहन चौहान आदि उपस्थित थे।