मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शनिवार को नई दिल्ली में गांधी स्मृति एवं दर्शन समिति द्वारा आयोजित अयोध्या पर्व-2022 कार्यक्रम में प्रतिभाग किया। अयोध्या पर्व के चौथे आयोजन के उद्घाटन कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि आज का दिन बहुत ही विशेष है आज हनुमान जन्मोत्सव है तथा पूर्णिमा भी है, इस कार्यक्रम में शामिल होना उनके लिये गर्व की बात है, क्योंकि यहां पहुंच कर वह अपने को अयोध्या की सांस्कृतिक, आध्यात्मिक परंपरा से जुड़ा हुआ महसूस कर रहे हैं। यहां आना तभी सम्भव है, जब भगवान राम की व्यक्ति पर कृपा हो।
उन्होंने कहा कि मुख्य सेवक बनने के बाद हमारी सरकार जनता का विश्वास जीतने में कायम रही। 2013 में आई आपदा से केदारनाथ मंदिर का प्रांगण पूरी तरह तबाह हो गया था, परंतु आज केदारनाथ मंदिर का भव्य निर्माण प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में पूरी रफ्तार के साथ आगे बढ़ रहा है। उन्होंने कहा इस वर्ष की चार धाम यात्रा कई मायनों में विशेष है, इसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के आने का अनुमान है, जिनके स्वागत के लिए उत्तराखंड पूर्ण रूप से तैयार है और इस मंच से मैं आप सभी को इस यात्रा हेतु आमंत्रित करता हॅू।
मुख्यमंत्री ने कहा कि चार धाम यात्रा को और अधिक सुगम बनाने के लिए राज्य सरकार प्रयासरत है। ऑल वेदर रोड के साथ ही अन्य मुख्य मार्गों के चौड़ीकरण एवं सौंदर्यकरण के कार्य किये गए हैं जिससे यात्रियों को यात्रा के दौरान कोई परेशानी ना हो। दिल्ली से देहरादून के बीच हो रहे एलिवेटेड रोड निर्माण से इन दो शहरों की दूरी घटकर महज 2 घंटे रह जाएगी। हमारी सरकार में सड़कों के क्षेत्र में अभूतपूर्व कार्य किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि अयोध्या पर्व के इस सांस्कृतिक व आध्यात्मिक मंच पर विराजमान पूज्य संत-धर्माचार्य, मनीषी, विद्वत समाज से जुड़े महानुभावों तथा कार्यक्रम में उपस्थित राम और राम की संस्कृति के साधकों और आराधकों का भी वह अभिवादन करते हैं जिन्होंने जन-जन के मन में मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम और राम की संस्कृति की धारा को और तेज करने की कोशिश जारी रखी है।
इस अवसर पर पूज्य महंत कमलनयन दास, महामंत्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट चम्पत राय, इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय कला केंद्र के अध्यक्ष रामबहादुर राय, वरिष्ठ पत्रकार जवाहर लाल कौल, सांसद अयोध्या लल्लू सिंह, राज्य मंत्री उ0प्र0 सतीश शर्मा सहित अन्य गणमान्य उपस्थित थे।