Fraud through social media
उत्तराखंड के एसटीएफ (स्पेशल टास्क फोर्स) ने साईबर धोखाधड़ी के एक और आरोपी को इंदौर, मध्य प्रदेश से गिरफ्तार किया है। यह गिरफ्तारी हरिद्वार के रुड़की निवासी पीड़ित से करीब 43 लाख रुपये की धोखाधड़ी के मामले में की गई है। आरोपी और उसके सहयोगियों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म इंस्टाग्राम पर स्टॉक ट्रेडिंग और IPO में अधिक मुनाफे का लालच देकर लोगों को ठगने की योजना बनाई थी।
कैसे होती थी ठगी?
आरोपी सोशल मीडिया पर विज्ञापनों के जरिए लोगों से संपर्क करता था। स्टॉक ट्रेडिंग और IPO में अधिक मुनाफे का लालच देकर पीड़ितों को एक फर्जी वेबसाइट (gpc.boutique) पर खाता खुलवाया जाता था। पीड़ितों से जमा करवाई गई राशि को वेबसाइट पर करोड़ों का मुनाफा दिखाकर उन्हें और अधिक धनराशि जमा करवाने के लिए प्रेरित किया जाता था।
शिकायत और जांच
रुड़की निवासी पीड़ित ने जून 2024 में साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन, देहरादून में मामला दर्ज कराया था। उसे इंस्टाग्राम पर एक विज्ञापन के जरिए स्टॉक ट्रेडिंग का ऑफर दिया गया था, और व्हाट्सएप ग्रुप में जोड़कर अधिक मुनाफे का प्रलोभन दिया गया। वेबसाइट पर दिखाए गए मुनाफे के लालच में आकर उसने लाखों रुपये जमा करवाए, लेकिन जब उसने अपनी रकम निकालने की कोशिश की, तो उसे बताया गया कि उसका IPO ओवरवेट हो गया है और उसे और रकम जमा करनी होगी।
पुलिस की कार्रवाई
एसटीएफ द्वारा मामले की गंभीरता को देखते हुए एक टीम गठित की गई। तकनीकी और डिजिटल साक्ष्यों के आधार पर जांच की गई। पहले एक आरोपी को गुजरात से गिरफ्तार किया गया था और अब इंदौर से दूसरे आरोपी को पकड़ा गया है।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक की अपील
एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह ने जनता से अपील की है कि वे किसी भी तरह के फर्जी निवेश ऑफर या अज्ञात व्यक्तियों से मिलने वाले प्रलोभनों से सावधान रहें। किसी भी प्रकार के ऑनलाईन जॉब हेतु एप्लाई कराने से पूर्व उक्त साईट का पूर्ण वैरीफिकेशन सम्बन्धित कम्पनी आदि से भलीं भांति इसकी जांच पड़ताल अवश्य करा लें तथा गूगल से किसी भी कस्टमर केयर नम्बर सर्च न करें व शक होने पर तत्काल निकटतम पुलिस स्टेशन या साइबर क्राईम पुलिस स्टेशन को सम्पर्क करें । वित्तीय साईबर अपराध घटित होने पर तुरन्त 1930 नम्बर पर सम्पर्क करें