DM strictnes
देहरादून। विधवा महिला शिवानी गुप्ता की एक वर्ष पुरानी फरियाद पर आखिरकार जिला प्रशासन की सख्त और संवेदनशील कार्यवाही रंग लाई। जिलाधिकारी सविन बंसल के आक्रामक रुख और मुख्यमंत्री की प्रेरणा से प्रशासन की त्वरित कार्रवाई के चलते निजी बैंक डीसीबी प्रा.लि. को झुकना पड़ा और फरियादी को न केवल संपत्ति के कागजात लौटाने पड़े बल्कि ₹15.50 लाख का ऋण भी शून्य करते हुए नो ड्यूज सर्टिफिकेट महिला के घर जाकर सौंपना पड़ा।
शिवानी गुप्ता, जो अपने दिवंगत पति द्वारा लिए गए ऋण के बीमा क्लेम व संपत्ति दस्तावेज़ों के लिए लंबे समय से भटक रही थीं, उन्होंने जनता दर्शन में अपनी समस्या जिलाधिकारी के समक्ष रखी थी। बैंक और बीमा कंपनी के बार-बार अनुरोध के बावजूद टालमटोल रवैये के चलते महिला को मानसिक और आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा था।
जिलाधिकारी ने संज्ञान लेते हुए डीसीबी बैंक को निर्देशित किया, किंतु आदेशों की अनदेखी पर प्रशासन ने सीधे बैंक शाखा को सीज कर दिया। इससे बैंक प्रबंधन के होश उड़ गए और प्रशासनिक दबाव में उन्हें झुकना पड़ा।
एसडीएम कुमकुम के नेतृत्व में प्रशासनिक टीम ने तीसरे ही दिन कार्रवाई कर बैंक की चल संपत्ति कुर्क की और शाखा सील की। इससे उत्पन्न हालात के बाद बैंक ने शिवानी गुप्ता के घर पहुंचकर कागजात सौंपे और ऋण माफ करने की पुष्टि करते हुए नो ड्यूज सर्टिफिकेट भी प्रदान किया।