Nagar Nigam Election
देहरादून के मेयर पद के कांग्रेस प्रत्याशी वीरेंद्र पोखरियाल का जीवन संघर्ष, सेवा और समाज के प्रति समर्पण की प्रेरक कहानी है। अपने मूल टिहरी गढ़वाल जिले के पोखरी गांव से निकलकर, उन्होंने न केवल अपने परिवार की परंपरा को आगे बढ़ाया, बल्कि समाज और राजनीति में एक प्रभावशाली उपस्थिति दर्ज की है।
उत्तराखंड राज्य आंदोलन के सच्चे सेनानी
वीरेंद्र पोखरियाल 90 के दशक में डीएवी कॉलेज, देहरादून के छात्र संघ अध्यक्ष रहे। यह वह समय था जब उत्तराखंड राज्य आंदोलन अपनी चरम पर था। पोखरियाल ने छात्रों और आम जनता को संगठित कर आंदोलन को मजबूती दी। आरक्षण विरोधी आंदोलन को राज्य निर्माण के आंदोलन में बदलने का श्रेय उनके कुशल नेतृत्व को जाता है। उन्होंने इंद्रमणि बडोनी जैसे महानायकों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किया और इस प्रक्रिया में कई बार जेल गए, जिनमें मैनपुरी और बरेली की जेलें शामिल हैं।
सहकारिता क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान
पिछले 15 वर्षों से वीरेंद्र पोखरियाल सहकारी बाजार एश्लेहाल, देहरादून के अध्यक्ष रहे हैं। उनके नेतृत्व में सहकारिता ने न केवल आर्थिक विकास बल्कि सामाजिक एकता का भी उदाहरण पेश किया। उन्होंने रोजगार के अवसर बढ़ाने और सामूहिक कल्याण की दिशा में अनुकरणीय प्रयास किए।
परिवार से प्रेरणा लेकर सामाजिक कार्यों में जुटे
वीरेंद्र पोखरियाल के दादा रंजोर सिंह पोखरियाल ने 1952 में टिहरी गढ़वाल से देहरादून आकर देवीपुरा गांव में बसने के बाद ग्राम प्रधान के रूप में सामाजिक सेवा की शुरुआत की। उनके पिता, फतेह सिंह पोखरियाल, ने भी व्यवसाय के साथ-साथ सामुदायिक कार्यों में अपनी पहचान बनाई। पारिवारिक संघर्ष और सेवा भावना ने वीरेंद्र को राजनीति और समाज सेवा की ओर प्रेरित किया।
युवाओं में लोकप्रिय और जन समस्याओं के समाधानकर्ता
वीरेंद्र पोखरियाल की छवि एक जननेता और समस्याओं के समाधान के लिए तत्पर व्यक्ति की है। उन्होंने अपने तीन दशकों से अधिक के सामाजिक कार्यकाल में समाज के हर वर्ग के लिए काम किया है। उनकी स्पष्टवादिता और ईमानदारी ने उन्हें युवाओं और आम जनता के बीच लोकप्रिय बनाया है।
देहरादून मेयर के लिए कांग्रेस का उपयुक्त चेहरा
कांग्रेस पार्टी ने वीरेंद्र पोखरियाल को देहरादून मेयर के लिए उम्मीदवार बनाकर एक सशक्त संदेश दिया है। यह उनकी जनता के बीच स्वच्छ छवि, जनसमर्थन और राजनीतिक अनुभव का परिणाम है। वे न केवल पार्टी के लिए एक मजबूत दावेदार हैं, बल्कि जनता के लिए एक भरोसेमंद नेतृत्व का उदाहरण भी हैं।
एक नई उम्मीद
वीरेंद्र पोखरियाल का जीवन संघर्ष और सेवा का प्रतीक है। उनके नेतृत्व में देहरादून को विकास और जनसमस्याओं के समाधान की नई दिशा मिलने की उम्मीद है। मेयर पद के लिए उनकी उम्मीदवारी राजनीति में स्वच्छ और ईमानदार चेहरों की आवश्यकता को रेखांकित करती है।