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माता-पिता की सेवा सबसे बड़ा धर्म: वृद्धाश्रम का शिलान्यास, बच्चों के लिए स्कूल और रोजगार के अवसर

old age home
Written by Subodh Bhatt

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देहरादून। “माता-पिता की सेवा करना सबसे बड़ी पूजा और धर्म है।” यह बात लायंस क्लब के इंटरनेशनल डायरेक्टर जितेंद्र चौहान ने मनझारा गांव में आयोजित वृद्धाश्रम भूमि पूजन कार्यक्रम में कही। यह वृद्धाश्रम पीसीएम ग्रुप और लायंस क्लब के सहयोग से बनाया जा रहा है, जिसमें 25 कमरों का निर्माण होगा।

उत्तर प्रदेश महिला आयोग की अध्यक्ष बबीता चौहान ने कार्यक्रम में कहा कि हमारे संस्कारों में वृद्धाश्रम की अवधारणा नहीं है, लेकिन आज के समाज में इसकी जरूरत महसूस हो रही है। उन्होंने बच्चों में संस्कार और जागरूकता पर जोर दिया ताकि भविष्य में वृद्धाश्रम की आवश्यकता कम हो सके।

बच्चों और युवाओं के लिए विशेष पहल
आश्रम के पास एक प्राइमरी स्कूल भी खोला जाएगा, जहां क्षेत्र के बच्चों को मुफ्त शिक्षा दी जाएगी। इसके अलावा, युवाओं को भाषा और अन्य कौशल की ट्रेनिंग दी जाएगी ताकि उन्हें रोजगार के अवसर प्राप्त हो सकें।

एक कैफे भी स्थापित किया जाएगा, जहां युवा और वृद्धजन एक-दूसरे से संवाद कर सकें। इस पहल का उद्देश्य दोनों पीढ़ियों के बीच संवाद को बढ़ावा देना है।

समाजसेवा की मिसाल
पीसीएम ग्रुप के चेयरमैन अपुल मित्तल ने कहा कि यह आश्रम सभी जाति और धर्म के लोगों के लिए खुला रहेगा। अनिल चंद्र मित्तल ने निर्माण कार्य को शीघ्र पूरा करने का आश्वासन दिया। माधवी मित्तल ने बताया कि पिथौरागढ़ में पहले से ही पीसीएम ग्रुप द्वारा भाषा प्रशिक्षण और रोजगार परक गतिविधियां चलाई जा रही हैं।

समारोह में उपस्थित गणमान्य
इस शुभ अवसर पर लायंस के डिस्ट्रिक्ट गवर्नर ए.के. मित्तल, प्रवीन त्रिपाठी, विनय मित्तल, पंकज विजल्वान, और सुनील अग्रवाल समेत कई प्रमुख लोग उपस्थित रहे।

यह पहल न केवल वृद्धजनों को सुरक्षित और सम्मानजनक जीवन देने का माध्यम बनेगी, बल्कि बच्चों और युवाओं के भविष्य को संवारने में भी अहम भूमिका निभाएगी।

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