Lakshya Sen
देहरादून। पेरिस ओलम्पिक में शटलर लक्ष्य सेन के एक नया इतिहास रचते ही ग्राफिक एरा में जश्न शुरु हो गया। देर रात विशाल स्क्रीन पर अपने प्यारे लक्ष्य सेन का रोमांचक मुकाबला देखने के लिए जुटे सैकड़ों छात्र छात्राएं उनकी जीत पर खूब नाचे और खुशियां मनाईं।
ग्राफिक एरा के एमबीए के छात्र और पूरे देश की ओलम्पिक में गोल्ड मैडल जीतने की उम्मीदों को हर मैच में बलवती बनाने वाले लक्ष्य सेन का मुकाबला देखने के लिए आज शाम से ही छात्र छात्राओं की भीड़ लगी थी। ताइवान के शटलर चाऊ टियेन चेन से एक सैट में लक्ष्य सेन को पिछड़ते देखकर युवाओं की धड़कने बढ़ गई थीं, लेकिन बाद के दो सैटों में लक्ष्य सेन को आगे निकलते देखकर ग्राफिक एरा का बीटेक ऑडीटोरियम तालियों और नारों से गूंजने लगा। लक्ष्य सेन के शिक्षक और विश्वविद्यालय के पदाधिकारी भी बहुत उत्साहित नजर आये।
पेरिस ओलम्पिक में आज का मैच जीतने के साथ ही लक्ष्य सेन ने मेंस सिंगल्स बैडमिंटन के सेमीफाइनल में अपनी जगह बनाई तो विश्वविद्यालय परिसर में रात में ही मिठाइयां बांटी जाने लगी। ग्राफिक एरा ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस के चेयरमैन डॉ कमल घनशाला ने कहा कि हमारे लक्ष्य सेन ने आज ओलम्पिक में एक नया इतिहास रच दिया है। वह ओलम्पिक के इतिहास में ऐसे पहले भारतीय पुरुष खिलाड़ी बन गये हैं जो सेमीफाइनल में पहुंचे हैं। डॉ घनशाला ने कहा कि लक्ष्य सेन पर ग्राफिक एरा के साथ ही पूरे देश को गर्व है। पूरा विश्वास है कि वह देश के लिए गोल्ड मैडल जरूर जीतेंगे।