A smuggler arrested with leopard skin
चम्पावत। उत्तराखंड एसटीएफ ने एक बार फिर से वन्य जीवों की तस्करी के खिलाफ कड़ा कदम उठाया है। हाल ही में जनपद चम्पावत के देवीधुरा फॉरेस्ट रेंज से एक वन्य जीव तस्कर को दो लेपर्ड की खाल के साथ गिरफ्तार किया गया है।
संयुक्त ऑपरेशन
यह गिरफ्तारी उत्तराखंड एसटीएफ और चम्पावत वन प्रभाग की संयुक्त कार्रवाई में हुई, जिसमें तस्कर आनंद गिरि (30) को गिरफ्तार किया गया। वह लम्बे समय से वन्य जीव अंगों की तस्करी में लिप्त था। एसटीएफ के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आयुष अग्रवाल के नेतृत्व में यह कार्रवाई की गई, जिसके दौरान तस्कर को खालें बेचने के इरादे से जाते समय गिरफ्तार किया गया।
कड़ी पूछताछ जारी
गिरफ्तार तस्कर से विस्तृत पूछताछ की जा रही है, जिसमें अन्य संभावित तस्करों के नाम सामने आने की संभावना है। एसएसपी अग्रवाल ने बताया कि इस मामले में आगे की जानकारी जांच के बाद ही स्पष्ट होगी।
तस्करी का गंभीर अपराध
लेपर्ड की खालें, जिन्हें वन्य जीव संरक्षण अधिनियम की पहली अनुसूची में रखा गया है, का शिकार करना गंभीर अपराध माना जाता है। इस संदर्भ में देवीधुरा फॉरेस्ट रेंज में वन्यजीव अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
जनता से अपील
एसएसपी एसटीएफ ने जनता से अपील की है कि वे वन्य जीवों की तस्करी करने वालों के खिलाफ तुरंत रिपोर्ट करें। किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना निकटतम पुलिस स्टेशन या एसटीएफ उत्तराखंड से संपर्क कर दी जा सकती है।
अधिकारियों की प्रतिक्रिया
वनाधिकारी रमेश चंद्र काण्डपाल ने बताया कि तस्करी की सूचना मिलने पर कार्रवाई की गई और तस्कर को गिरफ्तार किया गया। प्रारंभिक पूछताछ में इसके साथियों की भूमिका भी सामने आई है, जिसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी। खालें 2-3 वर्ष पुरानी लग रही हैं। गिरफ्तार तस्कर के विरूद्ध वन्यजीव संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 2,9,39,42,49,50,51 में देवाधुरा रेंज में अभियोग पंजीकृत कराया गया है।
गिरफ्तार तस्कर का विवरण
- नाम: आनंद गिरि
- पिता का नाम: महेश गिरी
- निवास स्थान: सूनकोट सेलाखेत, थाना मुक्तेश्वर, जनपद नैनीताल
- उम्र: 30 वर्ष
- बरामदगी: 02 लेपर्ड स्किन