Safety tips in case of fire
देहरादून। इंडस्ट्रीयल सैफ्टी प्रोडक्स कम्पनी के तत्वावधान में स्कूली बच्चों को आग लगने पर उसके बचाव को प्रयोगात्मक ढंग से करते हुए विस्तार से जानकारी प्रदान की गई और इस दौरान द हैरिटेज स्कूल के सीनियर व जूनियर वर्ग के छात्र छात्राओं एवं कर्मचारियों ने आग से बचाव की बारीकियों को सीखा और आग बुझाने का स्वयं प्रयोग करते हुए एक अनूठा उदाहरण पेश किया।
यहां न्यू रोड स्थित द हैरिटेज स्कूल के सीनियर व जूनियर वर्ग के छात्र छात्राओं को इंडस्ट्रीयल सैफ्टी प्रोडक्स कम्पनी के ट्रेनर बी पी बडोनी ने आग लगने पर आग बुझाने व बचाव की विस्तार से जानकारी प्रदान की और इस दौरान उन्होंने बताया कि यदि घरेलू गैस सिलेडर पर अचानक आग लगने से उस पर कम्बल या गीला कपडा जैसे बोरी, तोलिया आदि लपेट लेना चाहिए जिससे आक्सीजन बंद हो जाती है और आग बुझ जाती है।
इस दौरान उन्होंने बताया कि आक्सीजन, तापमान बढ़ने से अचानक आग लग जाती है और इसके लिए पानी से भी आग को बुझाया जा सकता है लेकिन यदि घर पर बिजली से आग लग जाती है तो पानी का प्रयोग नहीं किया जाना चाहिए जिससे करंट लगने की संभावना प्रबल होती है और इसके लिए रेत व मिटटी का प्रयोग किया जा सकता है जो आग बुझाने में सहायक होता है।
उन्होंने कहा कि आजकल के परिवेश में सभी स्कूलों, घरों, मॉल एवं अन्य प्रतिष्ठानों में आग बुझाने के यंत्र लगे होते है और यदि कहीं पर अचानक आग लग जाती है तो इन उपकरणों की मदद से आग को बुझाकर उस पर काबू पाया जाता है और कार्बन डाई ऑक्साइड का स्प्रे भी आग को बुझाने में मददगार साबित होता है। इस अवसर पर उन्होंने एबीसी उपकरण के बारे में बच्चों को विस्तार से जानकारी प्रदान की।
इस अवसर पर उन्होंने बच्चों से भी आग लगने पर किस प्रकार से बचाव किया जा सकता है उसके बारे में प्रश्न भी किये और बच्चों ने सारगर्भित उत्तर प्रस्तुत किये। इस दौरान उन्होंने बच्चों से पूछा की पेट्रोल पंप पर रेत की बाल्टियां क्यों भरी होती है तो सभी बच्चों ने इस प्रश्न का शानदार उत्तर दिया और इस दौरान ट्रेनर बी पी बडोनी ने बच्चों को आग लगने पर बचाव की जानकारी और व्यापक स्तर पर जागरूक रहने का आहवान किया और इस दौरान कर्मचारियों को आग बुझाने का प्रशिक्षण दिया गया और कर्मचारियों ने भी इसका सफल प्रयोग किया।
इस अवसर पर स्कूल के चेयरमैन चौधरी अवधेश कुमार, निदेशक विक्रांत चौधरी, काउंसलर चारू चौधरी, प्रधानाचार्य डाक्टर अंजू त्यागी सहित अन्य शिक्षक, शिक्षिकायें, छात्र छात्रायें एवं कर्मचारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।