Nanakmatta massacre 28 मार्च को कन्ट्रोल रूप से समय लगभग प्रातः 6.20 बजे सूचना प्राप्त हुई कि डेरा कार सेवा प्रमुख को अज्ञात बन्दूकधारी ने गोली मार दी है, जिस पर पुलिस टीम द्वारा मौका मुआयना किया गया तो जानकारी प्राप्त हुई कि डेरा कार सेवा प्रमुख बाबा तरसेम सिंह प्रातः डेरे के बरामदा में कुर्सी में बैठे थे कि एक मोटर साइकिल पर दो अज्ञात व्यक्ति आये जिनमें से पीछे बैठे व्यक्ति द्वारा 315 बोर की रायफल से बाबा तरसेम सिंह पर दो फायर करे और मौके से मोटर साइकिल में फरार हो गये।
गोली लगने से बाबा तरसेम सिंह वहीं मौके पर घायल होकर गिर गये, जिनको उनके सेवादारों द्वारा उपचार हेतु तुरन्त पंचरतन अस्पताल, नानकमत्ता ले जाया गया, जहाँ ड़ाक्टर द्वारा उनकी गम्भीर स्थिति को देखते हुए उन्हें हायर सेन्टर रेफर किया गया। जिस पर सेवादारो द्वारा बाबा को स्वास्तिक अस्पताल, खटीमा ले जाया गया। जिनकी वहां उपचार के दौरान मृत्यु हो गयी।
Nanakmatta massacre घटना की सूचना मिलने पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक जनपद उधमसिंह नगर, पुलिस अधीक्षक नगर रूद्रपुर, क्षेत्राधिकारी खटीमा, क्षेत्राधिकारी सितारगंज व जनपद के अलग-अलग थानो के थानाध्यक्ष/प्रभारी निरीक्षक, फील्ड यूनिट, विधि विज्ञान प्रयोगशाला की टीम,एसओजी टीम, एसटीएफ टीम, एलआईयू निरीक्षक आदि मौके पर पहुँचे। घटना से संबंधित कुछ महत्त्वपूर्ण सुराग प्राप्त हुए है,जिनके आधार पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा घटना के खुलासे के लिए दिशा निर्देश दिये गये व 11 टीमो का गठन किया गया ।
जिनमे से प्रत्येक टीम को अलग-अलग कार्य आंवटित किये गये। जिनमें से तीन टीमें गैर-राज्य भेजी गई हैं। पुलिस उपमहानिरीक्षक, कुमांयू परिक्षेत्र द्वारा भी घटनास्थल व अन्य महत्वपूर्ण स्थलों का निरीक्षण कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये गये हैं।
Nanakmatta massacre इसी क्रम में आज 29 मार्च को अभिनव कुमार, पुलिस महानिदेशक उत्तराखंड द्वारा घटना स्थल का स्थलीय निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान सभी एंगल से घटना स्थल का मौका मुआयना किया गया। घटना के वक्त डेरे में मौजूद कार सेवकों से घटना की जानकारी प्राप्त की गई व उनको सांत्वना दी गई। इसके बाद थाना नानकमत्ता में जनपद के अधिकारियों के साथ गोष्ठी की गई। गोष्ठी के माध्यम से आरोपियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार कर मामले का खुलासा करने हेतु सख्त दिशा निर्देश दिए।