BJP MLA lost his temper
देहरादून। नगर निगम पहुंच कर की गई भाजपा विधायक की दबंगई अब शहरवासियों पर भारी पड़ गई है। नगरायुक्त व कर्मचारियों से की गई अभद्रता और हाथापाई के प्रयास के विरोध में नगर निगम कर्मी हड़ताल पर चले गए हैं। कर्मचारी नेताओं ने आरोपी विधायक की गिरफ्तारी न होने पर बुधवार से राजधानी की सफाई व्यवस्था ठप करने का ऐलान किया है।
कर्मियों का आक्रोश देख मौके से खिसके विधायक
घटनाक्रम की जानकारी नगर निगम के कर्मचारी नेताओं को हुई तो वे नगरायुक्त के दफ्तर पहुंचे। साथ ही नगर निगम का गेट बंद कर अन्य कर्मियों को भी वहां पहुंचने के निर्देश दिए। कर्मचारियों ने आनन-फानन में सभी अनुभागों में काम बंद कर दिया और नगरायुक्त ऑफिस के बाहर एकत्र होकर नारेबाजी करने लगे। इस बीच, माहौल बिगड़ते और दबंगई उल्टी पड़ती देख विधायक साथियों समेत वहां से खिसक गए।
विधायक की गिरफ्तारी होने से पहले कर्मचारी नहीं लौटेंगे काम पर विधायक की दबंगई के विरोध में नगर निगम कर्मचारी हड़ताल (कार्य बहिष्कार) पर चले गए हैं। कर्मचारियों ने विधायक के विरोध में निगम परिसर में जमकर प्रदर्शन किया।
निगम के कर्मचारी नेता नाम बहादुर ने ऐलान किया की जान तक विधायक की गिरफ्तारी नहीं होगी, कर्मचारी काम पर नहीं लौटेंगे। बहादुर के अनुसार, सफाई कर्मचारियों की यूनियन भी कार्य बहिष्कार में आ चुकी हैं और बुधवार से शहर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह ठप कर दी जाएगी। घर-घर से कूड़ा उठान भी ठप रहेगा।
BJP MLA lost his temper नगरायुक्त से की जा रही विधायक की अभद्रता का वीडियो वायरल :-
इसके बाद विधायक जीना साथियों समेत नगरायुक्त गौरव कुमार के दफ्तर में पहुंचे। यहां नगरायुक्त से टेंडर को लेकर बहसबाजी हुई। आरोप है कि नगरायुक्त से भी अभद्रता और तू-तड़ाक की गई। इस घटनाक्रम का किसी ने वीडियो बना लिया, जो वायरल हो गया। वीडियो में विधायक की दबंगता और नगरायुक्त से की जा रही अभद्रता स्पष्ट नजर आ रही है।
टेंडर के विवाद में भड़के सल्ट विधायक महेश जीना
BJP MLA lost his temper :- घटनाक्रम मंगलवार अपराह्न का है। नगर निगम कर्मियों का कहना है कि अपराह्न सल्ट (अल्मोड़ा) के भाजपा विधायक महेश जीना अपने कुछ साथियों के साथ नगर निगम पहुंचे। यहां उनके किसी करीबी की टेंडर फाइल लगी थी।
सहस्त्रधारा में खाली हुए टेंचिंग ग्राउंड के ट्रीटमेंट के संबंध में टेंडर हुआ, जो उनके करीबी के बजाय किसी अन्य के नाम खुला। कर्मचारियों का कहना है कि इससे भड़के विधायक स्वास्थ्य अनुभाग में पहुंचे और पटल पर मौजूद कर्मी पवन थापा से टेंडर न मिलने को लेकर अभद्रता की गई। जिस व्यक्ति के नाम टेंडर हुआ, उसकी फाइल दिखाने को कहा गया, लेकिन थापा ने इसे नियम विरुद्ध बताते हुए ऐसा करने से इंकार कर दिया। आरोप है कि इस पर कर्मचारी से हाथापाई का प्रयास किया गया।