lunar eclipse
आचार्य रजनीश उनियाल
ग्रहण का स्पर्श समय रात्रि 1ः14
ग्रहण का मध्य समय 1ः51
ग्रहण का मोक्ष समय 2ः28
यह ग्रहण कार्तिक शुक्ल पक्ष पूर्णिमा तिथि शनिवार को अश्वनी नक्षत्र मेष राशिगत चंद्रमा में घटित होगा। यह ग्रहण मेष वृषभ सिंह कन्या तुला धनु मकर तथा मीन राशि वालों के लिए कष्टप्रद रहेगा। मिथुन कर्क वृश्चिक तथा कुंभ राशि वालों के लिए शुभ लाभदायक रहेगा।
जातकों की कुंडली में चंद्र ग्रहण (lunar eclipse) योग :-
जिन जातकों की जन्म कुंडली में चंद्रमा राहु केतु आदि ग्रहों की स्थिति अच्छी नहीं है। उनके लिए यह समय स्वर्णिम काल है। जिन जातकों की कुंडली में चंद्र ग्रहण (lunar eclipse) योग है। उनको इस योग की शांति करने के लिए यह शुभ समय है। ग्रहण के प्रारंभ में स्नान कर मध्यकाल में जप कर तथा ग्रहण मोक्ष पर दान होम आदि कर सचेल स्नान करें तथा समस्त ग्रहों की शांति हेतु आत्मतोल भी कर सकते हैं।
ग्रहण के बाद बासी भोजन न खाएं आज शाम 4ः00 से सभी मंदिरों के कपाट बंद हो जाएंगे। ग्रहण के सूतक में किसी भी मूर्ति का स्पर्श करना निषेध माना गया है।
शनिवार को पूरे दिन शरद पूर्णिमा का पर्व रहेगा। इस दिन श्री सत्यनारायण व्रत कथा पूजा पाठ होम जब आदि करवाना अत्यंत शुभ माना गया है